पलामू जिले के हरिहरगंज के समीप जहाना गांव के ढाब स्थित ईट भठ्ठा पर काम करने गये कई मजदूर फूड प्वाइजनिंग के कारण बीमार हो गये. इनमें गढ़वा जिले के गढ़वा थाना क्षेत्र के लगमा, मेराल थाना क्षेत्र के अकलवानी तथा रंका थाना क्षेत्र के गांवों के मजदूर व उनके परिवार शामिल हैं इनमें से लगमा व अकलवानी गांव के बीमार आठ लोगों को सोमवार को गढ़वा सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बीमार लोगों में अकलवानी गांव के कामेश्वर भुइयां का पांच वर्षीय पुत्र अरुण भुइयां, 12 वर्षीय पंकज भुइयां, 10 वर्षीय पुत्री रेखा कुमारी, 18 वर्षीय पुत्री किरण कुमारी पति छोटू भुइयां, अजय भुइयां की पत्नी अमरावती देवी व 15 वर्षीय पुत्री बबली कुमारी तथा सोमारू भुइयां का नौ वर्षीय निरंजन कुमार एवं लगमा गांव के योगेंद्र भुइयां शामिल हैं. सदर अस्पताल में इलाजरत सभी बीमारों की हालत स्थिर बनी हुई है. जानकारी के अनुसार ट्रिपल एस भठ्ठा पर रंका थाना क्षेत्र के कई गांवों तथा गढ़वा के लगमा व मेराल के अकलवानी गांव के मजदूर परिवार के साथ काम करने गए थे. इनमें अकलवानी के कामेश्वर भुइयां के परिवार के बेटी-दामाद व छोटे बच्चे समेत आठ लोग, अजय भुइयां के परिवार के चार तथा सोमारू भुइयां के परिवार के छह लोग तथा लगमा गांव के योगेंद्र भुइयां के परिवार के दो लोग अक्तूबर माह के तीसरे सप्ताह में वहां गये थे. बताया गया कि शुक्रवार को साप्ताहिक मजदूरी मिलने के बाद मजदूर हरिहरगंज बाजार से सब्जी एवं जरूरत का सामान लेकर ईंट भट्ठा पर लौटे. रात में खाना खाकर सभी सो गये. लेकिन शनिवार की सुबह से ही कई मजदूरों एवं उनके परिवार के बच्चों को उल्टी व दस्त शुरु हो गयी. इसके बाद उन्हें हरिहरगंज एवं औरंगाबाद के अस्पतालों में ले जाया गया. मजदूर सोमारू भुइयां ने बताया कि ईंट भट्ठा पर काम कर रहे एक 20 वर्षीय मजदूर की डायरिया से ही मौत भी हो गयी. वह हरिहरगंज के आसपास का रहनेवाला था. तब तक ईंट भठ्ठा पर काम करने वाले कई मजदूर भी डायरिया से प्रभावित हो चुके थे. इसे देखते हुए गढ़वा जिले के मजदूर अपने बीमार परिवारों के साथ सोमवार को घर लौट आये और बीमारों को गढ़वा सदर अस्पताल में भर्ती कराया.
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