सोमवार की दोपहर भूमि विवाद को लेकर दो पक्षों के बीच हुए पथराव के कारण केतार प्रखंड कार्यालय परिसर रण क्षेत्र में तब्दील हो गया. प्रथम पक्ष के विष्णुदेव प्रजापति, मुन्नीलाल प्रजापति एवं दूसरे पक्ष के रामलाल प्रजापति, राम लखन प्रजापति व जगन्नाथ प्रजापति, सभी परती गांव निवासी हैं. दोनों के बीच 45 डिसमिल रैयती भूमि पर दखल-कब्जे को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा है. इसकी शिकायत कुछ दिन पूर्व अंचल कार्यालय को भी मिली थी. इसके आलोक में सोमवार को अंचल कार्यालय में अंचलाधिकारी सावित्री कुमारी के समक्ष दोनों पक्षो के बीच मामले को लेकर सुनवाई हो रही थी. मामले की जटिलता को देख सीआइ ने दोनों पक्षों को न्यायालय जाने की बात कही गयी. इसके बाद दोनों पक्ष अंचल कार्यालय परिसर से बाहर निकलते ही एक-दूसरे से भिड़ गये. देखते ही देखते दोनों पक्ष के करीब आधा दर्जन लोग एक दूसरे पर बड़े-बड़े पत्थर से वार करने लगे. इससे प्रखंड परिसर के आस-पास अफरा-तफरी मच गयी. इसकी सूचना अंचल कार्यालय ने केतार थाना को दी. सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने बीच- बचाव करते हुए दोनों पक्षों को नियंत्रित किया. इस दौरान पथराव से घायल लोगों को भवनाथपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया. पथराव की घटना में प्रथम पक्ष के विष्णुदेव प्रजापति एवं मुन्नीलाल प्रजापति का सिर फट गया है. विष्णुदेव प्रजापति की स्थिति गंभीर बनी हुई है. वहीं दूसरे पक्ष के रामलाल प्रजापति भी घायल हुए हैं. उक्त पथराव में प्रखंड परिसर के बाहर लगी दो बाइक भी क्षतिग्रस्त हो गयी.
इस संबंध में अंचल निरीक्षक नागेंद्र पाठक ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच लंबे समय से 45 डिसमिल रैयती भूमि पर दखल-कब्जे को लेकर विवाद चल रहा था. इसके निपटारे को लेकर कुछ दिन पहले अंचल कार्यालय में शिकायत प्राप्त हुई थी. यहां अंचलाधिकारी के समक्ष सुनवाई के बाद दोनों पक्षों को न्यायालय जाने की बात कही गयी. इधर दोनों पक्ष अंचल परिसर के बाहर निकलते ही हिंसक हो गये और एक-दूसरे पर पथराव करने लगे.
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