कांडी भीम बराज से सुंडीपुर जानेवाली बांईं मुख्य नहर टूट जाने से लगभग 10 हेक्टेयर जमीन जलमग्न हो गयी है. बताया गया कि शनिवार को कोयल नदी भीम बराज में पानी आया था. पानी का जमाव होने के बाद किसानों में खुशी देखी गयी. इसी बीच रविवार को बांयी मुख्य नहर में पानी भी छोड़ा गया. बताया गया कि जीरो से लेकर तीन किलोमीटर तक निर्माणाधीन नहर में कार्य नहीं होने के कारण कहीं-कहीं पर काफी झाड़ी उग गयी है. घाास-पात लगने के कारण नहर जाम हो गयी है. इस वजह से नहर में पानी छोड़े जाने के कुछ ही घंटे बाद रविवार की रात में भीम बराज से लगभग दो सौ मीटर की दूरी पर नहर टूट गयी. नहर निर्माण कार्य लगभग चार वर्षों से किया जा रहा है, लेकिन अभी तक अधूरा है. इस कारण भंडरिया से सुंडीपुर तक के किसानों को इस तरह की समस्याओं से निरंतर जूझना पड़ रहा है. भंडरिया एवं मोरबे के किसान रामयश सिंह, प्रवेश सिंह, महेन्द्र सिंह, राजेंद्र सिंह, प्रभु सिंह, मंगरू रजवार व नंदलाल रजवार सहित अन्य किसानों एवं बटईदारों ने कहा कि नहर निर्माण कार्य अधूरा रहने और साइफन नहीं बनने के कारण हर वर्ष किसानों का काफी नुकसान हो रहा है.
जल्द मरम्मत होगी : इस संबंध में पूछे जाने पर नहर विभाग के कनीय अभियंता हेमंत कुमार ने बताया कि नहर टूटने की जानकारी मिली है. जल्द ही उसकी मरम्मत की जायेगी.
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