लोक अदालत एक सुलभ न्यायिक प्रक्रिया, इसका लाभ उठाना चाहिए : नलिन

लोक अदालत एक सुलभ न्यायिक प्रक्रिया, इसका लाभ उठाना चाहिए : नलिन कुमार

By Prabhat Khabar News Desk | September 28, 2024 10:05 PM

झालसा व नालसा के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वावधान में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया. व्यवहार न्यायालय गढ़वा में आयोजित इस अदालत का शुभारंभ जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष सह प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश नलिन कुमार, कुटुंब न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश राम बच्चन सिंह, उपायुक्त शेखर जमुआर, पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार पांडेय और जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष जीके सिन्हा ने किया. मौके पर नलिन कुमार ने कहा कि राष्ट्रीय लोक अदालत में सुलह-समझौता के आधार पर वादों का निष्पादन किया जाता है. यह वादकारियों के वादों को निष्पादन के लिए काफी फायदेमंद है. यह एक सुलभ न्याय प्रक्रिया है, जिसमें सभी प्रकार की सुविधा उपलब्ध है. उन्होंने कहा कि नि:शुल्क सेवा के तहत जिला विधिक सेवा प्राधिकार न्याय देने के लिए सदैव तत्पर है. उन्होंने कहा कि मौके पर वादों का निष्पादन के लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वाधान में सभी बैंकों, उत्पाद विभाग, श्रमिक विभाग एवं जिला प्रशासन ने सहयोग की बात कही है.

जिला प्रशासन पूरा सहयोग करने को तत्पर : उपायुक्त शेखर जमुआर ने कहा कि राष्ट्रीय लोक अदालत के माध्यम से अधिक से अधिक वादों का निष्पादन हो, इसके लिए जिला प्रशासन पूरा सहयोग करने को तत्पर है. इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार पांडेय ने कहा कि राष्ट्रीय लोक अदालत वादियों के लिए काफी लाभदायक कार्यक्रम है. इसका अधिक से अधिक लोगों को लाभ उठाना चाहिए. इस अवसर पर कुटुंब न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश राम बच्चन सिंह एवं जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष जीके सिन्हा ने विचार व्यक्त किये.

वादों का निष्पादन 18 बेंचों के माध्यम से

राष्ट्रीय लोक अदालत को सफल बनाने के लिए प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश के निर्देशानुसार कुल 18 बेंच का गठन किया गया था. इसमें गढ़वा व्यवहार न्यायालय में 12 बेंच एवं नगर उंटारी के लिए छह बेंच बनाये गये थे.

गढ़वा व्यवहार न्यायालय का बेंच : इसमें रामबच्चन सिंह, जिला जज पंचम दिनेश कुमार, जिला जज तृतीय शिवनाथ त्रिपाठी, मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी कुमार विपुल, अपर मुख्य न्यायिक सुश्री संगीता, सिविल जज वीणा कुमारी, सिविल जज अनुलिका कुमार, अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी मोनिका प्रसाद, सिविल जज अभिनव त्रिपाठी, सिविल जज महेंद्र पंडित, अधिवक्ता प्रवीण कुमार साहू, सुधीर कुमार तिवारी, अनीता रंजन, उत्तम कुमार भारती, विजय कुमार, जिला उपभोक्ता विवाद निवारण फॉर्म के अध्यक्ष ओम प्रकाश पांडेय एवं एकबाला कुमारी को सदस्य बनाया गया था.

नगर उटारी अनुमंडलीय व्यवहार न्यायालय का बेंच : इसमें जिला जज प्रथम संजय कुमार सिंह, जिला जज द्वितीय मनोज कुमार त्रिपाठी, अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी अरविंद कच्छप, सिविल जज निशिकांत कुजुर, सिविल जज शैलेंद्र कुमार, अधिवक्ता दिलीप कुमार दुबे, हंसेश्वरी पांडेय, वीरेंद्र कुमार मिश्रा, मनदीप विश्वकर्मा, राजकुमार व राजेश चौबे सदस्य बनाये गये थे. पूर्वाह्न 11 बजे से शुरू राष्ट्रीय लोक अदालत में शाम तक वादों का निष्पादन किया गया.

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