भंडरिया प्रखंड के फकीराडीह गांव में एक नवविवाहिता न्याय की गुहार लगा रही है. इन दिनों वह मड़ई में रहने को विवश है. मुखिया की अध्यक्षता में पंचायती में लिये गये निर्णय के बावजूद महिला को न्याय नहीं मिला. मिली जानकारी के अनुसार गांव के सुदामा चौधरी की शादी पिछले वर्ष मई महीने में हुई थी. शादी के तीन महीने बाद नवविवाहिता का पति कमाने चला गया. इसी बीच पति के घर लौटने पर उसकी पत्नी पांच महीने की गर्भवती मिली. मामला सामने आने के बाद सुदामा ने यह बात समाज क बीच रखी. इसके बाद गुरुवार को गांव में मुखिया सोहर सिंह की उपस्थिति में पंचायती हुई. इसमें नवविवाहिता सोनी देवी और उसके घर के बगल के ही रमेश चौधरी के बेटे विकेश चौधरी ने स्वीकार किया कि महिला के गर्भ में पल रहा बच्चा उसका है. इस तरह शादी पूर्व महिला का प्रेम-प्रसंग का राज खुलने पर पति ने उसे रखने से इनकार कर दिया. इधर इस खुलासे के बाद पंचायत ने फैसला देते हुए कहा कि विकेेश ने उक्त महिला के साथ ऐसी हरकत कर उसका घर उजाड़ने का काम किया है. ऐसे में उस महिला का घर बसाने के लिए नवविवाहिता को अपनाना पड़ेगा. वहीं पंचायत ने नवविवाहिता को विकेश के घर रहने का निर्णय सुनाया. इस पर दोनों पक्ष राजी भी हो गये. लेकिन पंचायत के फैसले के बाद भी विकेश के घरवाले नवविवाहिता को स्वीकार करने को तैयार नहीं है. ऐसे में महिला उसके घर के बाहर बने मड़ई में गत दो दिनों से रहकर न्याय मांग रही है. इधर घटना के बाद नवविवाहिता सोनी के पति सुदामा चौधरी ने भंडरिया थाना में सनहा दर्ज कराया है. उसमें कहा गया है कि घटना के बाद विकेश चौधरी के परिजनों की ओर से उसे व उसके घरवालों को मारपीट और हत्या की धमकी दी जा रही है.
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