बाजार समिति के शेड जर्जर, दुकानदार रहते हैं भयभीत
बाजार समिति के शेड जर्जर, दुकानदार रहते हैं भयभीत
मझिआंव में लगभग 20 साल पहले बनी बाजार समिति के दुकानों के शेड पूरी तरह से जर्जर हो गये हैं. प्रत्येक वर्ष वर्षा व आंधी तूफान में इनके गिरने का सिलसिला जारी है. साप्ताहिक बाजार के दिन भीड़ के बीच यदि शेड गिरा, तो बड़ा हादसा हो सकता है. इधर कुछ सब्जी व्यापारी एवं नाई अपनी जान जोखिम में डालकर रोजी-रोटी कमा रहे हैं. दरअसल मझिआंव की बाजार समिति गढ़वा बाजार समिति के अधीन है. इधर जर्जर बाजार समिति में नया दुकान बनाने की दिशा में कोई सार्थक पहल नहीं हो रही है. बताया गया कि मझिआंव नगर पालिका बने 12 वर्ष से अधिक हो गये, इसके बाद भी अभी तक इसे नगर पालिका को नहीं सौपा गया है. इस संबंध में निवर्तमान नगर पंचायत अध्यक्ष सुमित्रा देवी का कहना है कि उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान कई बार गढ़वा बाजार समिति के सचिव व उपायुक्त को पत्र लिखकर उसे नगर पालिका को सौप देने की मांग की थी. पर इस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया.
जर्जर शेड गिराने की मांग की गयी है : इओ
इस संबंध में कार्यपालक पदाधिकारी सुशील कुमार ने कहा कि बाजार समिति उनके अधीन नही है. समिति के सचिव को पत्र लिखकर जर्जर शेड गिराने की मांग की गयी है. उन्होंने कहा कि जर्जर बाजार समिति में दुकान चला रहे लोगों को नोटिस जारी की गयी है, ताकि किसी खतरे से बचा जा सके.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है