दूसरे के साथ देखने पर शादीशुदा महिला की प्रेमी ने गला दबाकर की थी हत्या
शादीशुदा महिला की प्रेमी ने गला दबाकर की थी हत्या
जिला पुलिस ने भवनाथपुर के अकेलावा जंगल से मिली मानव कंकाल मामले का उद्भभेदन कर लिया है. इस मामले में पुलिस ने नगरऊंटारी थाना क्षेत्र के चेचरिया गांव निवासी स्व नसरुद्दीन खान के पुत्र अब्दुल खान उर्फ लेदु खान को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने उसके घर से एक मोबाइल फोन भी बरामद किया है. इसकी जानकारी पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार पांडेय ने मंगलवार को समाहरणालय स्थित अपने कार्यालय के सभागार में प्रेस वार्ता कर दी. उन्होंने बताया कि 11 अगस्त की सुबह पुलिस को सूचना मिली थी कि बनसानी पंचायत के भुइंया टोला स्थित भंवरिया टोला के अकेला जंगल में एक मानव कंकाल पड़ा है. इसके बाद पुलिस वहां पहुंची. शव के हाथ पर गोदना का निशान था. वहीं पर उसका कपड़ा व चप्पल भी पड़ा हुआ था. इस दौरान वहां आसपास के ग्रामीण भी एकत्रित हो गये. इसी क्रम में भवनाथपुर थाना क्षेत्र के बनसानी गांव की भुईंया टोला निवासी सत्येंद्र भुईया की पुत्री मीरा देवी ने गोदना, साड़ी एवं चप्पल देखकर उसकी पहचान अपनी मां सीमित्री देवी के रूप में की. उसने बताया कि उसकी मां सीमित्री देवी का पांच-छह साल से अब्दुल खान उर्फ लेदू खान के साथ प्रेम प्रसंग था. पांच अगस्त को उसकी मां दोपहर मे उसी के साथ अंतिम बार देखी गयी थी. इसके बाद पुलिस ने उसकी बेटी के बयान पर 11 अगस्त को बीएनएस अंकित करते हुए एसडीपीओ सत्येंद्र नारायण सिंह के नेतृत्व में एक टीम बनाकर अनुसंधान शुरू किया.
इसके बाद अब्दुल खान को गिरफ्तार कर उसे पूछताछ की गयी. उसने इस कांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार की तथा बताया कि लकड़ी का दरवाजा खरीदने व बेचने के क्रम में पांच साल पहले सीमित्री देवी से उसकी जान पहचान हुई थी. इसके बाद प्रेम हो गया था. मृतका का पति बाहर मजदूरी करता है. उन्होंने बताया कि अब्दुल खान अक्सर मृतका के घर आता था तथा उसके साथ घूमने जाया करता था. इधर कुछ दिनों से सीमित्री देवी का संबंध गांव के ही कन्हाई सिंह के साथ हो गया था. यह बात अब्दुल खान को अच्छी नहीं लग रही थी. पांच अगस्त की दोपहर में जब वह मृतका के घर गया, तो उसे कन्हाई सिंह के साथ देख लिया. इसके बाद अब्दुल खान ने गांव के संत पासवान के घर जाकर शराब पी तथा वहां मृतिका समित्री देवी भी आ गयी. उसने सीमित्री के साथ भी शराब पी. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि दोनों शराब पीकर जंगल के रास्ते जाने लगे. इसी दौरान दोनों के बीच विवाद हो गया. इसके बाद अब्दुल खान ने सीमित्री देवी को पटक कर गला दबाकर उसकी हत्या कर दी फिर शव को वहीं सुनसान जंगल में झाड़ियां के बीच छोड़कर अपने घर नगर ऊंटारी चला आया. उसने पुलिस से बचने के लिए अपना मोबाइल फोन भी बंद कर दिया. पुलिस ने उसके घर से बरामद फोन भी बरामद कर लिया है.छापामारी दल में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सत्येंद्र नारायण सिंह के अलावे भवनाथपुर पुलिस निरीक्षक रतन कुमार सिंह, भवनाथपुर थाना प्रभारी कृष्ण कुमार, पुलिस अवर निरीक्षक आदित्य नायक, खरौंधी थाना प्रभारी अनिमेष शांतिकारी,रजनी रंजन, पुलिस अवर निरीक्षक प्रदीप उरांव, नारायण प्रसाद, निरंजन प्रसाद शर्मा एवं भवनाथपुर थाना के सशस्त्र बल शामिल थे.
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