गढ़वा. जिला विधिक सेवा प्राधिकार गढ़वा की ओर से गढ़वा जिला के सभी 20 प्रखंडाें में रविवार को विधिक जागरूकता सह सशक्तिकरण शिविर का आयोजन किया गया. गढ़वा प्रखंड कार्यालय परिसर में आयोजित शिविर में एडीजे तृतीय शिवनाथ त्रिपाठी, डीएलएसए गढ़वा के सचिव रवि चौधरी, एलएडीसी के डिप्टी चीफ नित्यानंद दूबे, गढ़वा प्रखंड के सीओ शफी मोहम्मद व बीडीओ कुमार नरेंद्र नारायण भी उपस्थित थे. कार्यक्रम में एडीजे तृतीय शिवनाथ त्रिपाठी ने कहा कि भारतीय संस्कृति में मध्यस्थता की परंपरा प्राचीन काल से ही रही है. उन्होंने समुद्र मंथन एवं महाभारत युद्ध से पूर्व भगवान श्रीकृष्ण के मध्यस्थता का उल्लेख किया. कहा कि मध्यस्थता ही सफल समाधान का तरीका है. मध्यस्थता को वर्तमान समय में मुकदमे के निराकरण में भी उपयोग किया जा रहा है. मध्यस्था का स्किल बढ़ाकर मुकदमें काे निपटाया जा रहा है. मौके पर डीएलएसए के सचिव रवि चौधरी ने कहा कि राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकार नयी दिल्ली एवं झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार रांची के तत्वावधान में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार गढ़वा नलिन कुमार के आदेशानुसार जिले के सभी 20 प्रखंडों में एक साथ विधिक जागरूकता सह सशक्तिकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. इसके लिए सभी प्रखंडों में न्यायिक पदाधिकारीगण, एलएडीसी अधिवक्ता, पैनल अधिवक्ता एवं पीएलवी के टीम का गठन किया गया है. सरकारी योजनाओं की जानकारी देना है उद्देश्य : कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य समाज के अंतिम पंक्ति में बैठे लोगों को सरकारी योजनाओं की जानकारी देना है. डीएलएसए एक कड़ी के रूप में कार्य कर रही है. कार्यक्रम का संचालन स्थायी लोक अदालत के सदस्य राकेश कुमार त्रिपाठी ने किया. कार्यक्रम में जॉब कार्ड, अबुआ आवास योजना, बीज वितरण, साइकिल, व्हील चेयर एवं अन्य योजनाओं का लाभ ग्रामीणों को किया गया. कार्यक्रम में पीएलवी मुरली श्याम तिवारी, तृप्ता भानु व रविंद्र यादव उपस्थित थे.
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