जिले के खरौंधी प्रखंड के करीवाडीह पंचायत के पंचायत समिति सदस्य विकास कुमार सिंह के नेतृत्व में वार्ड सदस्यों ने शनिवार को उपायुक्त शेखर जमुुआर को एक ज्ञापन सौंपा है. इसमेंं कहा गया है कि करीवाडीह पंचायत में वित्तीय वर्ष 2022-23 एवं 2023-24 में मनरेगा एवं 15वें वित्त की योजनाओं में मुखिया, पंचायत सचिव, वेंडर व कनीय अभियंंता की मिलीभगत से सरकारी राशि का बंदरबांट की गयी है. कहा गया है कि 15 जुलाई को पंचायत समिति सदस्य के नेतृत्व में ग्रामीणोों के समूह ने योजनाओं का भौतिक सत्यापन किया. इसमें पाया गया कि योजना संख्या एक में जोखू बैठा के खेत में बकरी शेड निर्माण, राम नरेश राम के खेत में बकरी शेड निर्माण व मिथलेश जागसवाल के खेत में पशु शेड निर्माण जैसी कई योजनाओं पर कोई काम नहीं हुआ और लगभग 32 लाख की राशि निकाल ली गयी है. इसी तरह 15वें वित्त मद की योजना में दशरथ साह के घर से प्रभु साह के घर तक पीसीसी पथ निर्माण में बिना काम किये लगभग 18 माह पूर्व एक लाख रु का अग्रिम भुगतान कर दिया गया. ग्रामीणों के संघर्ष के बाद चार दिन पूर्व आनन-फानन में ढलाई की गयी. इन मामलों में जांचोपरांत आराोपियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की गयी है.
ज्ञापन देने वाले : ज्ञापन पर वार्ड सदस्य गीता देवी, कलावती देवी, जगरनाथ यादव, धर्मेंद्र प्रसाद यादव, मंजू देवी, ललिता देवी, सरफराज अली के अलावे ग्रामीण संजीव सिंह, विजय कुमार राम, राकेश कुमार व रमेश पाल समेत 56 ग्रामीणों के हस्ताक्षर हैं.
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