इंटक त्रिपाठी गुट के बैनर तले तुलसीदामर डोलोमाइट खदान के मजदूरों ने जिलाध्यक्ष सुशील कुमार चौबे के नेतृत्व में शिव मंदिर में बैठक की. इसमें निर्णय लिया गया कि उपायुक्त को सौंपे गये ज्ञापन के आलोक में यदि कारवाई नहीं हुई, तो 23 सितंबर को भवनाथपुर प्रखंड कार्यालय के समक्ष धरना-प्रदर्शन किया जाएगा. विदित हो कि इंटक त्रिपाठी गुट ने उपायुक्त को सौंपे ज्ञापन में कहा है कि भवनाथपुर सेल प्रबंधन ने उपायुक्त से कहाी है कि तुलसीदामर डोलोमाइट खदान के पत्थर की क्वालिटी स्टील बनाने योग्य नहीं है. इसलिए प्रबंधन ने खदान सरेंडर करने की मांग की है. इसपर इंटक ने उपायुक्त से आग्रह किया है कि एक तरफ सेल प्रबंधन सरकार से उक्त खदान 20 वर्षों की लीज पर मांगा है. वहीं दूसरी ओर इसे सरेंडर करने की भी मांग की है. इंटक ने कहा है कि विस्थापितों का मामला धनबाद लेबर कोर्ट में चल रहा है. ऐसी परिस्थितियों में खदान सरेंडर करना उचित नहीं है. उपायुक्त से मांग की गयी है कि जबतक इस मामले में लेबर कोर्ट से निर्णय नहीं आता है, तब-तक सरेंडर की प्रक्रिया पर रोक लगाते हुए खदान चालू कराते हुए मजदूरों को रोजगार दिलाया जाये. उल्लेखनीय है कि 16 फरवरी 2020 को तुलसीदामर डोलोमाइट खदान विभिन्न प्रक्रियाओं के लंबित रहने से बंद हो गया है. साथ ही मजदूरों का फाइनल सेटलमेंट भी कर दिया गया है. उसके बाद से इंटक त्रिपाठी गुट खदान खोलने तथा लंबित फाइनल सेटलमेंट को लेकर लड़ाई लड़ रहा है. बैठक में शंभू राम, लखन राम, विरेन्द्र साह, संजय सिंह, हनिफ मियां, शिव साह व अजय राम सहित अन्य मजदूर शामिल थे.
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