गढ़वा में बनायी जा रही नौ जलमीनार, सबकी गुणवत्ता खराब
संध्या गांव में केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना जल जीवन मिशन के तहत जलमीनार निर्माण में अनियमितता बरती जा रही है. अकेले संध्या गांव में 75 लाख की लागत से नौ जलमीनार का निर्माण कराया जा रहा है़.
प्रखंड के संध्या गांव में केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना जल जीवन मिशन के तहत जलमीनार निर्माण में अनियमितता बरती जा रही है. अकेले संध्या गांव में 75 लाख की लागत से नौ जलमीनार का निर्माण कराया जा रहा है़.
बताया गया कि ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से एक ही गांव में नौ जलमीनार बनाये जा रहे है़ं दूसरी ओर से जलमीनार का निर्माण मानक के अनुसार नहीं किया जा रहा है़ इधर इस बात की भी चर्चा हो रही है कि संध्या गांव में मात्र 300 घर है़ फिर किस सर्वे के आधार पर यहां नौ जलमीनार का निर्माण कराया जा रहा है़
ग्रामीण सत्येंद्र यादव, उदय चौरसिया, गोपाल मेहता, बबन शर्मा, मुखदेव ठाकुर व दिनेश शर्मा ने बताया कि इस गांव में नौ जलमीनार का निर्माण कराया जा रहा है तथा निर्माण में काफी अनियमितता बरती जा रही है. निर्माण में घटिया किस्म की ईंट, गिट्टी, मिट्टी युक्त बालू तथा खराब गुणवत्ता वाले सीमेंट का प्रयोग किया जा रहा है. ग्रामीणों ने कहा कि उनलोगों ने कई बार ठेकेदार को अच्छी सामग्री का उपयोग कर जलमीनार निर्माण कराने को कहा, लेकिन ठेकेदार और अधिकारियों की मिलीभगत से जलमीनार निर्माण में गुणवत्ता पूर्ण कार्य नहीं हो रहा है. इस संबंध में पीएचडी विभाग के जेई भरत प्रसाद ने कहा कि संध्या गांव में नौ जलमीनार का निर्माण प्राक्कलन के अनुसार निर्माण हो रहा है.