गढ़वा. गढ़वा में इस समय कड़ाके की ठंड पड़ रही है. तापमान लगातार 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे रह रहा है. सुबह से दोपहर तक धूप नहीं निकलने से लोगों को दिन में भी ठंड से राहत नहीं मिल पा रही है. वहीं ठंडी पछुआ पवन चलने से लोग दिन में भी कांप रहे हैं. बुधवार को करीब दो बजे के बाद धूप निकली, लेकिन इसमें तीखापन नहीं था. ठंड के कारण लोगों की दिनचर्या पूरी तरह से प्रभावित होकर रह गयी है. अगले 10 दिनों तक रहेगी काफी ठंड : डॉ अशोक कुमार कृषि विज्ञान केंंद्र गढ़वा के प्रधान वैज्ञानिक डॉ अशोक कुमार ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ पुनः सक्रिय होने के कारण जम्मू काश्मीर, लद्दाख एवं हिमाचल प्रदेश के ऊपर वाले भागों में बारिश के साथ बर्फबारी हो रही है. ऐसी स्थिति में पछुआ हवा के संग कड़ाके की ठंड मैदानी भागों में प्रवेश कर रही है. इसका असर गढ़वा एवं झारखंड के ज्यादातर जिलों पर भी पड़ रहा है. उन्होंने बताया कि अगले 10 दिनों तक मौसम काफी ठंड रहेगा. रात का न्यूनतम तापक्रम काफी घट जायेगा. डॉ अशोक ने कहा कि अममून मकर संक्रांति के बाद ठंड कम होनी शुरू हो जाती है. पर इस बार ठंड बरकरार रहेगी. आधी रात के बाद कुहासा एवं धूंध बनना जारी रहेगा, जो सवेरे तक बना रहेगा. ऐसे मौसम में आधी रात से लेकर सवेरे तक सफर करने में सावधानी बरतने की जरूरत है. आलू के लिए खराब व गेहूं के लिए अच्छा है मौसम कृषि वैज्ञानिक ने कहा कि ऐसे मौसम में आलू फसल में झुलसा रोग लग सकता है. झुलसा रोग के आक्रमण होने पर किसानों को रीडोमिल एमजेड-78 का एक ग्राम प्रति लीटर पानी में घोलकर आलू पर छिड़काव करना चाहिए. साथ ही खेत में नमी बनाये रखें. सरसों में लाही का आक्रमण बढ़ सकता है. इसके लिए किसान इमिडाक्लोप्रिड एक मिलीलीटर प्रति लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें. डॉ कुमार ने बताया कि वैसे यह मौसम गेहूं के लिए उपयुक्त है. गेहूं की उपज पर इसका अच्छा प्रभाव पड़ेगा. गेहूं में पहली एवं दूसरी सिंचाई के बाद 30 से 35 किलो यूरिया प्रति एकड़ की दर से छिड़काव करना चाहिए.
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