उनका कहना था कि एसपी द्वारा कुछ पुलिस पदाधिकारियों को लगातार नक्सल अभियान में जान बूझकर भेजा जाता है. यहां तक कि वैसे पदाधिकारियों को भी ऐसे क्षेत्रों में भेजा जाता है, जिनकी उम्र 50 वर्ष से अधिक हो चुका है और वे पदाधिकारी ऐसे अभियानों के लिए पूरी तरह से अनफिट हैं. पदाधिकारियों ने कहा कि एसपी एसोसिएशन के पदाधिकारियों की समस्या को भी नहीं सुनते हैं. बल्कि उन्हीं से स्पष्टीकरण मांगते हुए कार्रवाई करते हैं.
एसपी अपने कार्यालय में पदाधिकारी व जवानों को बुलाकर घंटों खड़ा कर बेवजह प्रताड़ित करते हैं. उन्होंने कहा कि पुलिस पदाधिकारी व जवानों के कल्याणकारी कार्यों से एसपी का कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने कहा कि एसपी पुलिस पदाधिकारी व जवानों के अभिभावक होते हैं. लेकिन गढ़वा एसपी अभिभावक वाला काम नहीं कर रहे हैं. बल्कि सबका मनोबल तोड़ने का काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि एसपी के इस तरह के व्यवहार से सभी पुलिस पदाधिकारी व कर्मी काफी दबाब में है. ऐसी स्थिति में कितना कोई काम कर सकेगा.
एसोसिएशन के लोगों ने कहा कि इसकी लिखित सूचना उन्होंने अपने महासंघ को दिया है. महासंघ द्वारा एसपी पर उचित जांच कर कार्रवाई करने की मांग किये हैं. पत्रकार वार्ता में पुलिस एसोसिएशन के सचिव महेंद्र पासवान, पुलिस मेंस एसोसिएशन के उपाध्यक्ष बादल पासवान, सचिव श्रीप्रकाश यादव, रंजीत राय, संतोष कुमार, जय प्रकाश तिग्गा, रोहित कुमार चौबे आदि उपस्थित थे.
छवि धूमिल करने की कोशिश कर रहा है एसोसिएशन : एसपी गढ़वा एसपी ने पुलिस एसोसिएशन एवं पुलिस मेंस एसोसिएशन के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि दरअसल पुलिस एसोसिएशन के पदाधिकारियों पर गंभीर आरोप हैं. वैसे पदाधिकारी पर जांच कर अनुशंसित कार्रवाई की गयी है. इससे बौखला कर वे लोग बयानबाजी कर रहे हैं. एसपी श्रीकांत एस खोतरे ने सोमवार को अपने कार्यालय में एक पत्रकार वार्ता कर यह बात कही. एसपी ने कहा कि जिले के 39 लोगों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की गयी है.
एसपी ने कहा कि एसोसिएशन द्वारा वरीय पदाधिकारी की छवि को धूमिल करने की कोशिश की गयी है. दरअसल कुछ महीनों से गढ़वा पुलिस सभी मोर्चों पर सफलता हासिल कर रही है. इस दौरान परिचारी प्रवर आनंद राज खलखो के अलावा कुछ अन्य पुलिस एसोसिएशन के सदस्यों पर गंभीर आरोप पाये गये हैं. इन गंभीर आरोपों के आने के बाद किये गये जांच रिपोर्ट में इसकी पुष्टि हो गयी है. इसके आलोक में वैसे पुलिस पदाधिकारियों पर कार्रवाई की गयी है.
इस कार्रवाई से तिलमिला कर वैसे लोगों द्वारा भ्रामक तथ्यों का दुष्प्रचार किया जा रहा है. उनके द्वारा सोशल मीडिया के माध्यम से अधोहस्ताक्षरी की छवि को धूमिल करने व पद की गरिमा को ठेस पहुंचाने की कोशिश की गयी है. एसपी ने कहा कि यह पूरी तरह से अनुशासनहीनता है. एसपी ने चेतावनी दी कि ऐसे पुलिस पदाधिकारियों पर उचित कार्रवाई की जायेगी.
post by : Pritish sahay