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एक व्यक्ति के अंगदान से आठ-नौ लोगों की बच सकती है जान

एक व्यक्ति के अंगदान से आठ-नौ लोगों की बच सकती है जान

By Prabhat Khabar News Desk | September 21, 2024 9:05 PM

जायंट्स सेवा सप्ताह के पांचवें दिन ब्राइट फ्यूचर स्कूल मदरसा रोड के सभागार में अंगदान महादान पर सेमिनार का आयोजन किया गया. जायन्ट्स वेलफेयर फाउंडेशन फेडरेशन-8 के पूर्व अध्यक्ष विनोद कमलापुरी, पदाधिकारी नंद कुमार गुप्ता, उपाध्यक्ष मनोज केशरी तथा ग्रुप अध्यक्ष कमलेश कुमार गुप्ता ने कहा कि एक व्यक्ति अपने अंगदान कर आठ-नौ लोगों की जान बचा सकता है. अंगदान दो प्रकार का होता है. एक जीते जी तथा दूसरा ब्रेन डेड होने पर या मृत्यु से कुछ पहले. मृत्यु के बाद. जीते जी अंगदान अपने प्रथम संबधी को ही किया जा सकता है. इनमें माता, पिता, बेटा, बेटी तथा भाई बहन शामिल हैं. वहीं ब्रेन डेड की अवस्था में मृत्यु पूर्व नेत्र, किडनी, लंग्स, हृदय, लिवर, पैंनक्रियाज, स्किन जैसे अंग दान कर हम 8-9 लोगों की जान बचा सकते हैं. अंगदान करना पुण्य का काम है. अब तक हजारों लोगों ने फॉर्म भरे : जायंट्स ने पूरे देश मे गत 10 वर्षो के दौरान हजारों लोगों से अंगदान करने के लिए फॉर्म भरवाया है. वक्ताओ ने विद्यालय के शिक्षक तथा छात्र-छात्राओ से कहा कि आप सभी इसकी चर्चा अपने घर के लोगो तथा आस-पास के लोगों से जरूर करें तथा उन्हें अंगदान के प्रति जागरुक करें. कार्यक्रम की अध्यक्षता जायन्ट्स ग्रुप के अध्यक्ष कमलेश गुप्ता एवं संचालन कार्यक्रम के प्रोजेक्ट चेयरमैन अशोक विश्वकर्मा ने की. जबकि धन्यवाद ज्ञापन प्रशासनिक निदेशक मोजिबुद्दीन खान ने किया. उपस्थित लोग : मौके पर उपरोक्त के अलावे जायन्ट्स ग्रुप गढ़वा के वित्त निदेशक अशोक केशरी,बिनोद गुप्ता, मनोज केशरी सन रेडियो, सुनील अग्रवाल, मनदीप प्रसाद, अरुण सोनी, विजय केशरी व रितेश केशरी सहित विद्यालय के शिक्षक एवं विद्यार्थी उपस्थित थे.

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