प्रकृति से ही हमारा जीवन रचा है, इसका संरक्षण जरूरी
प्रकृति से ही हमारा जीवन रचा है, इसका संरक्षण जरूरी
स्थानीय जीएन कॉन्वेंट प्लस टू स्कूल में पर्यावरण संरक्षण कार्यक्रम में विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया. कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय के निदेशक मदन केसरी एवं बच्चों के द्वारा विद्यालय प्रांगण में पौधारोपण कर की गयी. निदेशक ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण वायु, जल, भूमि या पारिस्थितिकी तंत्र की गुणवत्ता को बनाये रखते हुए प्राकृतिक पर्यावरण की रक्षा करने का अभ्यास है. पर्यावरण में जितना महत्व मनुष्यों का है उतना ही अन्य जीव-जंतुओं एवं पेड़- पौधों का भी है. अकेले मानवों के अस्तित्व के लिए भी पेड़-पौधों की उपस्थिति अनिवार्य है. प्राणवायु ऑक्सीजन हमें इन वनस्पतियों के कारण ही मिलती है. वैज्ञानिक गतिविधियों के कारण पर्यावरण संतुलन बिगड़ रहा है. साथ ही विकास के दौर में बढ़ते हुए औद्योगीकरण के नाम पर तो कभी शहरीकरण के नाम पर पेड़ों की अंधाधुंध कटाई हुई है. बढ़ती जनसंख्या के कारण भी पर्यावरण संकट गहराता जा रहा है.
कार्यक्रम में ये थे शामिल
कार्यक्रम को सफल बनाने में उपप्राचार्य बसंत ठाकुर, शिक्षक वीरेंद्र साह, मुकेश भारती,अभिषेक पांडेय, नीरज शर्मा, रिजवाना शाहीन,सरिता दुबे, नीलम कुमारी, सुनीता कुमारी, शिवानी कुमारी, संतोष प्रसाद आदि की भूमिका सराहनीय रही जबकि इस कार्यक्रम में बच्चों ने अपनी सक्रिय सहभागिता दिखाई.प्रतियोगिता का हुआ आयोजन : इस अवसर पर पेंटिग प्रतियोगिता, पर्यावरण संरक्षण पर भाषण प्रतियोगिता व जागरूकता अभियान के साथ साथ स्लोगन और काव्य प्रतियोगिता आयोजित की गयी. भाषण प्रतियोगिता के जूनियर वर्ग में प्रथम निशा केशरी (क्लास 6) द्वितीय हिमांशु कुमार (क्लास 5) तृतीय अनुष्का कुमारी (क्लास 5) विजेता घोषित किये गये. जबकि सीनियर वर्ग में प्रथम स्मृति भाग्यश्री (कक्षा 9) द्वितीय रीति शर्मा(कक्षा 9) एवं तृतीय अमृतेश राज(कक्षा 10) एवं आर्या पांडेय (कक्षा 10) रहे. वहीं स्पेशल अवार्ड आदित्य प्रकाश (कक्षा 10) को दिया गया.
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