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गढ़वा : दानरो नदी के पीपा पुल की मरम्मत निजी खर्च से करायी गयी

पीपा पुल के नहीं रहने से बीमार लोगों, स्कूली बच्चों तथा सब्जी बेचने वालों को तीन किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ती है. बारिश के कारण पीपा पुल क्षतिग्रस्त हो गया थी.

By Prabhat Khabar News Desk | October 10, 2023 1:53 PM
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गढ़वा: छठ घाट दानरो नदी के तट पर बने पीपा पुल की मरम्मत का कार्य सोमवार से शुरू हुआ. दौलत सोनी एवं संध्या सोनी अपने निजी खर्च से पुल की मरम्मत करा रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस पुल का लाभ टंडवा की एक बड़ी आबादी को मिलता है. वार्ड संख्या 18, 19 एवं 20 के लोगों को गढ़वा शहर आने में सुविधा होती है. पीपा पुल के नहीं रहने से बीमार लोगों, स्कूली बच्चों तथा सब्जी बेचने वालों को तीन किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ती है. बारिश के कारण पीपा पुल क्षतिग्रस्त हो गया थी. मौके पर नगर मंडल अध्यक्ष राजकुमार मेहता, चंदन सोनी, विवेक सिन्हा, प्रदीप मेहता, भोला गुप्ता, कृष्णा गुप्ता, अविनाश कमलापुरी, अंकित सोनी, गौतम सोनी व विशाल गुप्ता उपस्थित थे.

गुरदी गांव में बकरी व बत्तख का वितरण

गढ़वा. जनसहभागी केंद्र के तत्वावधान में झारखंड राज्य जलछाजन मिशन के तहत गढ़वा प्रखंड के गुरदी गांव की 10 विधवा, एसएचजी एवं भूमिहीन महिलाओं के बीच बकरी एवं बतख का वितरण किया गया. संस्था के अध्यक्ष विजय कुमार ने कहा कि महिलाओं को जलछाजन से जोड़कर उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत करने का काम करेंगे. जलछाजन कार्यक्रम के माध्यम से भूमिहीन लोगों का ग्राम सभा के माध्यम से चयन कर उनको आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में काम किया जा रहा है. इसी के तहत बकरी एवं बतक का वितरण किया गया.

सामूहिक दुष्कर्म के आरोपियों को मिले फांसी की सजा

अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा (रा) के प्रदेश अध्यक्ष कमलेश पाठक ने रांची के धुर्वा निवासी मंदिर के पुजारी की पुत्री का अपहरण कर सामूहिक दुष्कर्म के आरोपियों के लिए फांसी की सजा देने की मांग की है. उन्होंने कहा कि दो अक्तूबर को चार लोगों ने मिलकर पुजारी की पुत्री का अपहरण किया और सामूहिक दुष्कर्म कर अगले दिन तीन अक्तूबर को सुनसान स्थान पर छोड़ दिया. इस घटना के बाद से परिवार के लोग काफी सदमे में है. मामला दर्ज करने के बाद भी किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. वहीं परिवार के लोगों को जान से मारने की धमकी मिल रही है. पुजारी के परिवार को सुरक्षा देने में पुलिस नाकाम साबित हो रही है. वह संगठन के माध्यम से सरकार से मांग करते हैं कि फास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम से सुनवाई कर सभी आरोपियों को फांसी की सजा दी जाये. अन्यथा ब्राह्मण समाज के लोग पूरे राज्य में आंदोलन करेंगे.

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