Loading election data...

पुलिस कह रही दुष्कर्म मामले में अभी प्राथमिकी नहीं

पुलिस कह रही दुष्कर्म मामले में अभी प्राथमिकी नहीं

By Prabhat Khabar News Desk | August 27, 2024 9:50 PM

गढ़वा व्यवहार न्यायालय के आदेश के बावजूद आदिवासी महिला के साथ हुए यौन शोषण के मामले में तीसरे दिन मंगलवार को भी रंका थाना में प्राथमिकी दर्ज नहीं की गयी है. एसडीपीओ रोहित रंजन सिंह ने कहा कि न्यायालय से दायर परिवाद पत्र थाना में नहीं आया है. इस कारण आरोपी मुखिया इजहार अंसारी, नदीम अंसारी और सुल्ताना परवीण सहित अन्य दो लोगों पर प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई है. उल्लेखनीय है कि थाना क्षेत्र के दुधवल निवासी 35 वर्षीय आदिवासी महिला ने दुधवल पंचायत के मुखिया इजहार अंसारी पर 20 वर्षों से यौन शोषण करने संबंधित गढ़वा व्यवहार न्यायालय में परिवाद पत्र दायर किया था. इस पर गढ़वा न्यायालय के न्यायिक दंडाधिकारी (प्रथम श्रेणी) अनुलिका कुमार ने रंका थाना को आरोपियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया है. लेकिन तीन दिन बीत जाने के बाद भी रंका थाना में उक्त आरोपियों के खिलाफ अभी तक प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई है. विदित हो कि तीन दिन पूर्व न्यायालय के द्वारा प्राथमिकी का आदेश रंका थाना को जारी किया था. गढ़वा व्यवहार न्यायालय से रंका की दूरी महज 22 किमी है. प्राथमिकी दर्ज हो गयी है : इधर पीड़िता की भाभी सीता देवी ने प्रभात खबर गढ़वा कार्यालय को बताया कि मंगलवार को आरोपियों के खिलाफ केस (संख्या-142/24) दर्ज कर लिया गया है. इसके बाद मंगलवार को पीड़िता को मेडिकल जांच के लिए रंका थाना की महिला एएसआइ के साथ गढ़वा भेजा जा रहा था. पर गढ़वा के पास पचपड़़वा से पुलिस वापस रंका थाना लौट गयी. पुलिस के हवाले से सीता ने बताया कि सदर अस्पताल में चिकित्सक नहीं थे. अब बुधवार को मेडिकल जांच के लिये पीड़िता को गढ़वा भेजा जायेगा. इधर भाजपा ने गठित की जांच कमेटी इधर इस मामले में भाजपा के गढ़वा जिला अध्यक्ष ठाकुर प्रसाद महतो ने एक सात सदस्यीय जांच कमेटी गठित की है. इसमें अलख नाथ पांडेय, विजय केसरी, मधुलता देवी, मुकेश निरंजन सिन्हा, राजीव राज तिवारी, नसरुद्दीन अंसारी और स्वाति तिर्की को रखा गया है. उल्लेखनीय है कि प्रभात खबर में प्रमुखता से यह खबर प्रकाशित होने के बाद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सह पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए पूर्व विधायक सत्येंद्रनाथ तिवारी को प्रभावित से मिलकर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया था.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version