मझिआंव प्रखंड सह अंचल कार्यालय में बिजली-पानी की समस्या
मझिआंव प्रखंड सह अंचल कार्यालय में बिजली-पानी की समस्या
मझिआंव. मझिआंव का प्रखंड सह अंचल कार्यालय में न तो पानी की व्यवस्था है और न बिजली की. इन बुनियादी सुविधाओं के अभाव का खामियाजा सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले लोगों को भुगतना पड़ रहा है. पानी के अभाव में प्रखंड एवं अंचल कार्यालय के अंदर बने महिला एवं पुरुष शौचालय से दुर्गंध आती रहती है. शौचालय में पानी नही रहने से खासकर महिलाओं को काफी शर्मिंदगी उठानी पड़ती है. सबसे बड़ी बात है कि उक्त शौचालय के बगल में मात्र तीन मीटर की दूरी पर रसोई घर बनाया गया है. बाहर से आने वाले ग्रामीण मजबूरी में उस रसोई घर के पास खड़े होकर नाक बंद कर चाय-नाश्ता करते हैं. यही स्थिति बिजली की भी है. कार्यालय कर्मियों का कहना है कि सीढ़ी के नीचे बिजली का जो बोर्ड लगा है, वह हमेशा खराब रहता है. इससे कंप्यूटर पर काम करना मुश्किल हो जाता है. कार्यालय की छत पर लगे सोलर सिस्टम से कुछ काम तो होता है, लेकिन सोलर की बैटरी डाउन होने के कारण एक ही काम में कई दिन लग जाते हैं. पानी कम, तीन दिन में भरती है एक-दो टंकी : बताया गया कि प्रखंड कार्यालय में पानी की व्यवस्था के लिए एक बोरिंग करायी गयी थी. लेकिन इतने बड़े भवन में पानी की खपत अधिक होने के कारण पानी का हमेशा अभाव रहा है. इस संबंध में प्रभारी प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी परमानंद प्रसाद ने बताया कि प्रखंड कार्यालय बनने के समय लगभग 300 फीट गहरी बोरिंग की गयी है. वहीं कार्यालय भवन की छत पर पानी की नौ टंकी लगायी गयी है. पर बोरिंग में पानी कम होने के कारण तीन दिनों में एक-दो टंकी ही भर पाती है. इधर इस संबंध में नयी बीडीओ श्रीमती कनक ने बताया कि वे जब से यहां आई है पानी की समस्या को देखते हुए काफी परेशान हैं,और 10 दिन पहले ही उपायुक्त महोदय को एक लिखित पत्र भेज कर इस समस्या से अवगत कराया गया है. उन्होंने बताया कि इतने बड़े बिल्डिंग में डीप बोर की आवश्यकता है. जब तक डीप बोर नहीं किया जाएगा तब तक पानी की समस्या दूर नहीं हो सकती है.
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