सोनपुरवा में रामकथा के दूसरे दिन आचार्य कृष्णकांत ने कहा कि राम से बड़ा राम का नाम है. उन्होंने इसे सिद्ध करने के लिए एक कथा भी सुनायी. कहा कि भक्त भगवान नहीं बन सकता लेकिन भगवान का नाम की चादर ओढ़कर भगवान से ज्यादा शक्तिशाली बन सकता है. हनुमान जी ने दिखा दिया कि एक सच्चा भक्त कैसे भगवान के संकल्प को भी बदल सकता है. इससे पहले रामकथा का उद्घाटन मंत्री मिथिलेश ठाकुर की धर्मपत्नी चंचल ठाकुर ने किया. उन्होंने श्रीधाम वृंदावन से आये कृष्णकांत जी को माला समर्पित किया और श्री रामायण की आरती की. उन्होंने कहा कि प्राणियों में सद्भवना और आपस में प्रेम की सीख रामकथा से मिलती है.
उपस्थित लोग : मौके पर श्री रामलला मन्दिर समिति के संरक्षक विश्वनाथ सिंह, उपाध्यक्ष सुदर्शन सिंह, सचिव धनन्जय सिंह, सह सचिव सत्यनारायण दुबे, कोषाध्यक्ष धनन्जय गोंड, कार्यालय मंत्री धनन्जय ठाकुर, मुख्य यजमान दिलीप कमलापुरी, कमलापुरी वैश्य समाज के अध्यक्ष मनीष कमलापुरी व सुधा बिहारी सहित सैकड़ों सनातनी उपस्थित थे.