पटना के हृदय, मधुमेह, नस एवं लकवा रोग विशेषज्ञ डॉ पीके वर्मा ने शनिवार को चौधरी जेनरल हॉस्पिटल गढ़वा में अपनी चिकित्सीय सेवा दी. इस दौरान उन्होंने मरीजों को बताया कि हीट स्ट्रोक तब होता है, जब शरीर का तापमान तेजी से बढ़ जाता है. तापमान 104 डिग्री फारेनहाइट से अधिक हो जाने से तेज पसीना आने लगता है. इस दौरान शरीर खुद को ठंडा नहीं कर पाता. ऐसा शरीर के कुलिंग सिस्टम के फेल होने की वजह से होता है. इस स्थिति में बॉडी का तापमान तेजी से बढ़ता है और इससे हार्ट और ब्रेन के फंक्शन पर असर पड़ता है. उन्होंने बताया कि कुछ मामलों में ब्रेन डैमेज हो जाता है या हार्ट अटैक आ जाता है, जो मौत का कारण बनता है. डॉ वर्मा ने कहा कि जो लोग अधिक देर तक तेज धूप में रहते हैं और कम पानी पीते हैं, उनको हीट स्ट्रोक का खतरा ज्यादा होता है. इस अवसर पर हॉस्पिटल के चेयरमैन डॉ कुलदेव चौधरी ने बताया कि डॉ वर्मा प्रत्येक महीने की एक और 15 तारीख को मरीजों के लिए उपलब्ध होंगे.
उपस्थित लोग : मौके पर अधिवक्ता बचनदेव चौधरी, फार्मासिस्ट फैयाज अंसारी, राहुल चौधरी व लैब टेक्नीशियन काजल कुमारी सहित अन्य उपस्थित थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है