संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने इंडियन फॉरेस्ट सर्विस एग्जाम-2023 का फाइनल रिजल्ट घोषित कर दिया है. इसमें गढ़वा प्रखंड के कुंडी गांव निवासी विजय पांडेय की पुत्री रित्विका पांडेय ने देश भर में प्रथम रैंक हासिल किया है. जैसे ही इसकी जानकारी लोगों को मिली रित्विका व उसके परिजनों को सोशल मीडिया पर बधाई और शुभकामनाएं देने का सिलसिला शुरू हो गया है. जानकारी के अनुसार गढ़वा प्रखंड के कुंडी गांव निवासी दिवंगत शिक्षक नेता विक्रमा पांडेय की पोती और विजय पांडेय की पुत्री रित्विका पांडेय ने अपनी इस सफलता से पूरे गढ़वा जिले को गौरवान्वित किया है. विजय पांडेय दिल्ली में सरकारी सेवा से सेवानिवृत होने के बाद वहीं पर अपने परिवार के साथ रह रहे हैं. उनका एक पुत्र प्रियांशु पांडेय आइपीएस हैं और वह शिमला में पुलिस अधीक्षक के पद पर कार्यरत है. आयोग की ओर से जारी नोटिफिकेशन के अनुसार भारतीय वन सेवा परीक्षा-2023 के लिए इंटरव्यू 22 अप्रैल से एक मई 2024 तक आयोजित किया गया था. इसके आधार पर कुल 147 उम्मीदवारों को भारतीय वन सेवा में पदों पर नियुक्ति करने की अनुशंसा की गयी है. इसमें 43 उम्मीदवार सामान्य वर्ग, 20 इडब्ल्यूएस, 51 ओबीसी, 22 एससी व 11 एसटी वर्ग के उम्मीदवार हैं. गढ़वा की बेटी रित्विका पांडे ने टॉप किया है. वहीं दूसरे पायदान पर काले प्रतीक्षा नानासाहब और तीसरे नंबर पर स्वास्तिक यदुवंशी हैं.
इसके पूर्व गढ़वा प्रखंड के हूर गांव निवासी नम्रता चौबे ने सिविल सेवा की परीक्षा में सफलता प्राप्त कर कलेक्टर बनकर जिले का नाम रौशन किया है. इसके अलावे गढ़वा शहर के सहिजना निवासी शिवेंदु भूषण आइपीएस हैं और गोवा में एसपी के पद पर कार्यरत हैं. उच्च पदों पर गढ़वा जिले के बेटे एवं बेटियों के लगातार आसीन होने से जिलेवासियों में हर्ष व्याप्त है.
कई लोगों ने दी बधाई : रित्विका की सफलता पर मंत्री मिथिलेश ठाकुर, भाजपा नेता अलख नाथ पांडेय, विनय कुमार चौबे, सूरज गुप्ता, राजद के जिलाध्यक्ष सूरज सिंह, ब्रजेश उपाध्याय व प्रदीप चौबे सहित कई लोगों ने उन्हें बधाई दी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है