सदर अस्पताल में घंटों होता रहा हंगामा, कमरे में कैद रहे चिकित्सक
सदर अस्पताल में घंटों होता रहा हंगामा, कमरे में कैद रहे चिकित्सक
मझिआंव थाना क्षेत्र के खरसोता गांव में बीती रात जेसीबी और बाइक की टक्कर में एक युवक की मौत हो गयी. मृतक मंझिआव थाना क्षेत्र की करकट्टा गांव निवासी रामजीत राम का 24 वर्षीय पुत्र नंदन कुमार बताया गया है. दुर्घटना के बाद गंभीर स्थिति में नंदन कुमार को गढ़वा सदर अस्पताल लाया गया. यहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. इसके बाद परिजनों ने रात करीब दस बजे से लेकर 12 बजे तक सदर अस्पताल की व्यवस्था के खिलाफ जमकर हंगामा किया. परिजनों का आरोप था कि मरीज को चिकित्सकों ने नहीं देखा, इस कारण उसकी मौत हो गयी. परिजनों को हंगामा करते देख चिकित्सक इमरजेंसी रूम में बंद हो गये. इसके बाद घटना की जानकारी गढ़वा पुलिस को दी गयी. सूचना मिलने के काफी देर बाद गढ़वा पुलिस सदर अस्पताल पहुंची और मृतक के परिजनों को समझाने-बुझाने का प्रयास किया. काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने मामले को शांत कराया तथा डरे-सहमे चिकित्सकों को इमरजेंसी रूम से बाहर निकाल कर हंगामा शांत कराया. इसके बाद पुलिस ने शव का अंत्यपरीक्षण कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया. परिजनों ने बताया कि नंदन कुमार बाइक से अपने रिश्तेदार के बारात में शामिल होने जा रहा था. इसी क्रम में खरसोता गांव के पास खड़ी जेसीबी में उसकी बाइक टकरा गयी. उधर घटना की सूचना मिलने पर आजाद समाज पार्टी के प्रदेश सचिव सेराज खान सदर अस्पताल पहुंचे और परिजनों से घटना के बारे में जानकारी ली. उन्होंने कहा कि सदर अस्पताल में मरीजों के लिए उचित व्यवस्था नहीं है. डॉक्टर मरीज को ठीक से नहीं देखते. इसका नतीजा है कि आये दिन मौत की घटनायें इस सदर अस्पताल में बढ़ गयी है. उन्होंने कहा कि नंदन का समय पर इलाज होता, तो उसकी जान बच सकती थी. लेकिन उसे अस्पताल लाने के बाद किसी डॉक्टर ने इसका संज्ञान नहीं लिया.
अस्पताल पहुंचते ही मौत हो गयी थी : इधर सिविल सर्जन डॉक्टर अशोक कुमार ने कहा कि सदर अस्पताल पहुंचने के साथ ही मरीज की मौत हो गयी थी. चिकित्सक ने मरीज को देखा भी और परिजनों को बता भी दिया था. गढ़वा में चिकित्सक के साथ दुर्व्यवहार की घटना लगातार बढ़ रही है. इसको लेकर सभी चिकित्सकों की बैठक हुई थी.डीसी और एसपी को दिया आवेदन : चिकित्सकों ने इस मामले से डीसी और एसपी को अवगत कराते हुए उक्त मामले में प्राथमिकी के लिए आवेदन भी दिया है. सभी चिकित्सकों एवं आइएमए द्वारा सदर अस्पताल में सुरक्षा बल तैनात करने और दोषी लोगों पर सीसीटीवी के माध्यम से जांच करते हुए कार्रवाई करने की मांग की गयी है.
इधर इस मामले में एसपी दीपक कुमार पांडेय ने कहा कि सिविल सर्जन और चिकित्सकों ने जानकारी दी है. लिखित आवेदन प्राप्त हुआ है. प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है.
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