केतार : केतार प्रखंड के पाचाडुमर गांव में जेएसएमडीसी के द्वारा संचालित एकमात्र सरकारी बालू घाट पर बगैर प्रशासनिक अनुमति मिले रात्रि में अवैध रूप से बालू डंप करने का मामला प्रकाश में आया है. यहां गत मंगलवार की रात्रि में 6 से 8 ट्रैक्टर बालू सोन नदी से उठाकर भंडारण स्थल पर भंडारित कर दिया गया. इधर इस घटना की सूचना जैसे ही स्थानीय लोगों को मिली लोग आश्चर्यचकित रह गये. बालू घाट के आस-पास के ग्रामीणों ने बताया कि एमडीओ बहाल नहीं होने के कारण पिछले कई महीनों से सोन नदी से बालू उठाव पूरी तरह से बंद है. इसके बावजूद अचानक किसके द्वारा यह बालू डंप कर दिया गया.
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ग्रामीणों ने नाम नहीं छापने के शर्त पर बताया कि बालू घाट पर यह खेल घाट पर प्रतिनियुक्ति कर्मियों के मिली भगत से होता है. उक्त कर्मियों के द्वारा बालू माफियाओं से भंडारित बालू से अधिक चालान बुक कर के बिक्री कर दी जाती है. जिसे मेंटेन करने के लिये अवैध रूप से बालू डंप कर बालू की मात्रा पूरी की जाती है. इधर बालू घाट प्रभारी संजय कुमार पांडेय ने बताया कि रात्रि में हम लोग घाट से दूर डेरा में रहते हैं. सुबह अवैध रूप से 6-8 ट्रैक्टर बालू डंपिंग पाया गया है. इसकी जानकारी विभाग के अधिकारियों को दे दी गई है. साथ ही इस पर प्राथमिक की दर्ज करने के लिए थाने में आवेदन दिया जायेगा. परंतु मजे की बात यह है कि उक्त मामले के दो दिन भी जाने के बाद भी अभी तक किसी तरह की प्राथमिक की दर्ज नहीं की गयी, बल्कि गुरुवार को उक्त अवैध रूप से भंडारित किये गये बालू को पहले से डम्प की गई. बालू में मिक्स कर दिया गया.