रंगदारी वसूली में वर्चस्व को लेकर हुई थी सत्या पासवान की हत्या
रंगदारी वसूली में वर्चस्व को लेकर हुई थी सत्या पासवान की हत्या
गढ़वा. नगर ऊंटारी पुलिस ने बुधवार को कुख्यात अपराधी सत्या पासवान हत्याकांड का खुलासा कर लिया है. इस मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों में नगर ऊंटारी थाना क्षेत्र के बिशनपुर गांव निवासी यासीन खान का पुत्र इकबाल खान एवं गढ़वा थाना क्षेत्र के झलुवा गांव निवासी असगर अंसारी का पुत्र सोहदाब खान के नाम शामिल है. इनके पास से एक 7.65 बोर का देशी पिस्तौल, 7.6 5 एमएम की चार जिंदा गोली, एक पल्सर बाइक एवं दो मोबाइल बरामद किया गया है. पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार पांडेय ने समाहरणालय स्थित अपने कार्यालय के सभागार में प्रेसवार्ता कर यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि गत तीन दिसंबर को नगर ऊंटारी थाना क्षेत्र के गोंसाई बाग स्थित लाइन होटल के पास गढ़वा जिले के कुख्यात अपराधी सत्या पासवान की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. घटना के बाद नगर उंटारी थाना में कांड संख्या 239 /24 के तहत अपराधी इकबाल खान एवं एक अन्य अज्ञात अभियुक्त के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. उन्होंने बताया कि इस कांड के अनुसंधान एवं अपराध कर्मियों की गिरफ्तारी के लिए नगर उंटारी एसडीपीओ सत्येंद्र नारायण सिंह के नेतृत्व में एक एसआइटी टीम का गठन किया गया था. इसने पाया कि इस घटना में इकबाल खान के अतिरिक्त दूसरा अपराध कर्मी बिशुनपुर गांव निवासी तौसिम खान उर्फ तौसीफ ने घटना को अंजाम दिया है. उन्होंने बताया कि यह हत्या उपरोक्त दोनों अपराध कर्मी तथा एक अन्य अपराधी शोहदाब अंसारी के साथ मिलकर व्यवसायियों में दहशत फैलाकर उनसे रंगदारी वसूलने के लिए किया गया था. उन्होंने बताया कि इन लोगों की योजना सत्या जैसे बड़े अपराधी को भीड़भाड़ वाली जगह पर मारकर दहशत पैदा करना और फिर व्यवसायियों से रंगदारी वसूलना था. एसपी ने बताया कि इन लोगों में लूट के पैसे को लेकर कुछ आपसी विवाद भी था. सत्या की रेकी शोहदाब खान कर रहा था : एसपी ने बताया कि इस हत्या के बाद नगर ऊंटारी थाना क्षेत्र में एक और हत्या करने की योजना थी. घटना के दिन सत्या पासवान की रेकी शोहदाब खान कर रहा था. उन्होंने बताया कि इसी बीच गठित टीम ने इकबाल खान को एक पिस्तौल, चार जिंदा गोली एवं लूट में इस्तेमाल पल्सर बाइक के साथ नगर ऊंटारी थाना क्षेत्र के चेरवाडीह जंगल से गिरफ्तार कर लिया. एसपी ने बताया कि घटना में प्रयुक्त दोनों पिस्तौल तौसीम खान लेकर भागने में सफल रहा. पुलिस ने योजना में शामिल एवं व्यवसायियों का मोबाइल नंबर उपलब्ध कराने वाले शोहदाब खान को भी गिरफ्तार कर लिया है. जेल में हुई थी सत्या से दोस्ती : पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मृतक सत्या पासवान से अपराधियों की दोस्ती जेल में ही हुई थी. पूछताछ के क्रम में शोहदाब ने बताया कि हत्या के दो दिन पूर्व दोनों आपस में मिले थे. इसके बाद बिहार में अपराध करने की योजना बनायी थी. लेकिन किसी कारण वे इसमें सफल नहीं हो पाये. इकबाल खान को सत्या से डर था कि उसे वह मार देगा. इसी कारण उसने उसकी हत्या कर दी. इकबाल खान के विरुद्ध कुल 12 मामले दर्ज : एसपी ने बताया कि मारने से पहले भी इकबाल ने शोहदाब खान को बताया था और मारने के बाद भी उसे इसकी जानकारी दी थी. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इकबाल खान के विरुद्ध कुल 12 मामले दर्ज हैं. इसमें नगर ऊंटारी थाने में इकबाल खान के विरुद्ध छह, रमना थाना में एक, धुरकी थाना में एक, रंका थाना में एक तथा गढ़वा थाना में तीन मामले दर्ज हैं. उन्होंने बताया कि शोहदाब खान के विरुद्ध गढ़वा थाने में हत्या, लूट व आर्म्स एक्ट के मामले दर्ज हैं. छापामारी दल में शामिल पुलिस कर्मी : इनमें एसडीपीओ सत्येंद्र नारायण सिंह के अलावा नगर ऊंटारी पुलिस निरीक्षक रतन कुमार सिंह, थाना प्रभारी आदित्य नायक, पुलिस अवर निरीक्षक जितेंद्र कुमार, सहायक अवर निरीक्षक संजय पासवान, हवलदार शक्ति पद सिंह, कौशल द्विवेदी, निकेतन यादव, नितेश श्रीवास्तव व सहायक आरक्षी विकास कुमार तिवारी शामिल थे.
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