प्रखंड मुख्यालय स्थित एसबीआइ सीएसपी संचालक सोनू यादव पर ग्राहकों के रुपये गबन करने का आरोप है. जानकारी के अनुसार अंबे महिला स्वयं सहायता समूह कर्णपुरा ने 16 अप्रैल को सीएसपी संचालक सोनू यादव को 26,685 रुपये एवं 18 जनवरी को दुर्गा आजीविका सखी मंडल ने 19 हजार रुपये जमा करने के लिए दिया था. लेकिन माह भर से अधिक समय बीत जाने के बाद भी खाते में पैसा नहीं आया. इसके बाद दोनों स्वयं सहायता समूह ने एसबीआइ रमना शाखा प्रबंधक को आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की गयी. इसपर त्वरित करवाई करते हुए एनआइसीटी द्वारा निर्गत एसबीआइ सीएसपी सोनू यादव का कोड रद्द कर दिया गया है. इस संबंध में एसबीआइ रमना शाखा प्रबंधक संजय प्रसाद वर्मा ने बताया कि चार दिन पूर्व सीएसपी संचालक पर पैसा गबन करने का लिखित आवेदन प्राप्त हुआ था. इसके बाद जांच करते हुए पैसा का गबन सही पाये जाने के बाद कोड को रद्द कर दिया गया है. साथ ही उन्होंने संबंधित सभी सीएसपी ग्राहकों से अपना खाता जांच करने की अपील की है.
इस संबंध में प्रतिक्रिया लिये जाने पर सीएसपी संचालक सोनू यादव ने कहा कि 10-15 ग्राहकों का पैसा उसे जमा करने के लिए मिला था. लेकिन टाइम पर वह पैसा जमा नहीं कर पाया. उसने कहा कि जल्द ही सभी के खातों में पैसा जमा करा दिया जायेगा.
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