भंडरिया वन क्षेत्र के बिंदा घाटी में वर्षों से सड़क किनारे लगा बिया का पेड़ मशीन से काट लिया गया. इस घटना के बाद शुक्रवार की रात तस्करों को पकड़ने गयी वन विभाग की टीम तथा वन सुरक्षा समिति के सदस्य आपस में भिड़ गये. बाद में पहचान होने पर मामला शांत हुआ. एक दूसरे की पहचान स्पष्ट होने के बाद दोनों पक्ष (समिति और वन विभाग) ने जंगल में रात भर पहरा दिया. पर कटा हुआ पेड़ ले जाने वाले तस्कर रात भर नहीं आये.
इसके बाद शनिवार की सुबह वन विभाग की टीम ट्रैक्टर से उक्त बिया के पेड़ को भंडरिया वन परिसर ले आयी. जानकारी के अनुसार बिंदा घाटी के समीप सड़क किनारे लगे बिया के एक विशाल पेड़ को गुरुवार की रात तस्करों ने स्वैप मशीन से काट कर गिरा दिया था.
मामले की जानकारी मिलने के बाद दूसरी रात वन विभाग ने एक रणनीति के तहत तस्करों को पकड़ने के लिये जाल बिछाया. वन विभाग की टीम पेड़ के पास रात में पहरा देने लगी. इसी बीच देर रात तस्करों को पकड़ने के लिये वन सुरक्षा समिति के अध्यक्ष देवेंद्र कुमार भी समिति के अन्य लोगों के साथ वहां पहुंच गये. लेकिन रात में वन विभाग की टीम ने वन समिति के लोगों को तस्कर समझकर कब्जे में ले लिया. इसके बाद दोनों पक्षों के बीच हाथापाई शुरू हो गयी. बाद में पहचान होने के बाद मामला शांत हुआ. वन कर्मियों ने बताया की काटे गये पेड़ की कीमत करीब 40 हजार रु है.