गढ़वा. बुधवार को पूर्व निर्धारित समयानुसार आयोजित कार्यक्रम कॉफी विद एसडीएम में गढ़वा के ऑटो रिक्शा चालकों ने भाग लिया. एसडीओ संजय कुमार के आमंत्रण पर अनुमंडल कार्यालय स्थित सभागार में आहुत इस विशेष कार्यक्रम में पहुंचे ऑटो चालकों ने गढ़वा क्षेत्र की स्थानीय परिवहन व्यवस्था और यातायात प्रबंधन को लेकर कई सुझाव दिये. साथ ही अपनी समस्याओं को भी एसडीओ के समक्ष रखा. लगभग डेढ़ घंटे के अनौपचारिक संवाद के दौरान सभी ने एक-एक कर अपनी बातें कही. सभी मार्गों पर टेंपो-टैक्सी स्टैंड बनाने का अनुरोध ऑटो चालकों ने अनुमंडल पदाधिकारी से कहा कि वे लोग मेराल रोड, चिनिया रोड, मझिआंव रोड, रंका रोड और रेहला रोड में ऑटो रिक्शा चलते हैं. लेकिन इन सभी मार्गों पर टेंपो स्टैंड नहीं है. उन्हें मजबूरी में जहां-तहां टेंपो खड़े करने पड़ते हैं. इससे न केवल यातायात बाधित होता है बल्कि हर रोज लड़ाई-झगड़े और विधि व्यवस्था की समस्या भी उत्पन्न होती है. उन्होंने बताया कि अभी सिर्फ दानरो नदी के किनारे ही एक टैक्सी स्टैंड है, जो पूरी तरह व्यवस्थित भी नहीं है. टैक्सी चालकों ने एसडीओ से अनुरोध किया कि सभी मार्गों पर डेडीकेटेड टैक्सी स्टैंड बनाया जाये. अवैध उगाही का दर्द बताया ऑटो रिक्शा चालकों ने एसडीओ को बताया कि कुछ इलाकों में अलग-अलग तरीके से उन लोगों से अवैध वसूली की जाती है. इससे वे लोग परेशान होते हैं. अनुमंडल पदाधिकारी ने इस संबंध में चालकों को भरोसा दिलाया कि वह इस मामले की स्वयं जांच करेंगे, सत्यता प्रमाणित होने पर संबंधित लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी. ओवरलोडिंग पर होगी कार्रवाई एसडीओ ने चालकों से संवाद के दौरान कहा कि उनकी सभी शिकायतों एवं सुझावों का निराकरण व अमल किया जायेगा. लेकिन ऑटो रिक्शा चालकों से भी उनकी अपेक्षाएं हैं कि वे ओवरलोडिंग व रैश ड्राइविंग नहीं करेंगे. समुचित दस्तावेजों के साथ ही वाहन को रोड पर चलायेंगे तथा अपने किसी नाबालिग परिजन को वाहन चलाने की अनुमति नहीं देंगे. उन्होंने कहा कि आये दिन ओवरलोडेड वाहन सड़क पर दिखाई देते हैं. अगर आगे से इसकी पुनरावृत्ति हुई, तो वाहन चालकों पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने कहा कि रंका और मेराल से आने वाली पिकअप वाहनों की छत पर सवारियां बैठाने की भी शिकायतें मिलती हैं. औचक जांच में जिस दिन भी ऐसे वाहन पकड़े जायेंगे, उन्हें जब्त कर लिया जायेगा. रंका मोड़ पर वाहन न रोकें एसडीओ ने सभी ऑटो रिक्शा चालकों से कहा कि रंका मोड़ चौराहे के चारों तरफ के स्थान को नो वेटिंग जोन के रूप में चिह्नित किया जा रहा है. यहां पर सवारियों का इंतजार करना या वाहनों को पार्क करने की अनुमति नहीं होगी. अस्थायी डिवाइडर के उद्देश्य का पालन करें शहर में रस्सियों की सहायता से बनाये गये अस्थायी डिवाइडर के बारे में ऑटो रिक्शा चालकों से फीडबैक लेते हुए एसडीओ ने कहा कि नयी व्यवस्था के अनुरूप वे लोग भी अपने व्यवहार में परिवर्तन लायें. डिवाइडर का सही मायने में लाभ उसी स्थिति में मिल पायेगा, जब दोनों ओर अनावश्यक पार्किंग पर रोक लग जाये. इसलिए सवारियां उतारने और चढ़ाने के लिए जगह-जगह वाहन न रोकें. इसके लिए कुछ-कुछ दूरी पर जल्द ही ड्रॉपिंग जोन चिह्नित करने की योजना है. दुर्घटनाग्रस्त लोगों को अस्पताल पहुंचाने वाले होंगे सम्मानित एसडीओ ने कहा कि वाहन चालकों का कार्यक्षेत्र सड़क ही है. ऐसे में कई बार सड़क दुर्घटना के हताहतों को वे तुरंत राहत पहुंचाने का कार्य कर सकते हैं. घायलों को अस्पताल तक पहुंचाने वाले चालकों को प्रशासन की ओर से सम्मानित किया जायेगा. चालकों को कल्याणकारी योजनाओं से जोड़ने की होगी पहल एसडीओ ने वाहन चालकों से अपील की कि वे ऐसे सभी ऑटो चालकों का डेटाबेस तैयार करें, जिन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना, राशन कार्ड व आयुष्मान कार्ड की पात्रता के बावजूद किसी कारण से अब तक लाभ नहीं मिल सका है. ऐसे लोगों को लाभ दिलाने के लिए आवश्यक पहल की जायेगी. उन्होंने कहा कि ऑटो चालकों का समूह बीमा करवाने में भी मदद की जायेगी. इनकी थी शिकायतें व सुझाव कार्यक्रम में रमेश कुमार दीपक, दिलीप चंद्रवंशी, महेंद्र तिवारी, उस्मान अंसारी, शंकर कुमार रवि, अवधेश चौधरी, छोटन चौधरी, अमीरा, अशोक कुमार, कामेश्वर चौधरी, भोला चौधरी, विकास कुमार, राजेश चौधरी, नुरुल हक अंसारी, लालू चौधरी, विजय पाल, कंचन चौधरी व विनय चौधरी ने अपनी बातें कही.
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