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चोरी की गयी साइकिल 12 घंटे के अंदर बरामद

चोरी की गयी साइकिल 12 घंटे के अंदर बरामद

By Prabhat Khabar News Desk | August 10, 2024 9:20 PM

भवनाथपुर प्रखंड कार्यालय परिसर से छात्र-छात्राओं को वितरण करने के लिए रखी गयी साईकिल में से 13 साइकिल की चोरी 12 घंटे के भीतर पुलिस ने बरामद कर ली. वहीं इस मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इन अभियुक्तों के पास से तीन मोबाइल भी बरामद किये गये हैं. थाना परिसर में आयोजित प्रेसवार्ता में श्री वंशीधर नगर एसडीपीओ सतेन्द्र नारायण सिंह व पुलिस निरीक्षक रतन कुमार सिंह ने बताया कि आठ अगस्त को प्रखंड कार्यालय परिसर में उन्नति पहिया योजना के तहत बांटने के लिए साइकिल रखी थी. इनमें से 13 साइकिल की चोरी हो गयी थी. इस मामले में एक छापामारी टीम गठन कर अनुसंधान शुरू किया गया था. पता चला कि अरसली उत्तरी पंचायत के लामी टोला के अनिल बियार के लड़के ने सस्ते दाम पर एक साइकिल खरीदी है. पुलिस के पूछताछ में उसने बताया कि उसको अरसली दक्षिणी पंचायत के बनखेता निवासी विजय कुमार यादव के पुत्र विमलेश उर्फ विक्की ने साइकिल बेची है. इसके बाद विमलेश उर्फ विक्की से पुलिस ने पूछताछ की. उसने बताया कि भवनाथपुर पंचायत के बुका गांव निवासी शंभू राउत एवं उनके भाई तथा दोस्तों ने चोरी कर सात साइकिल बेचने के लिए उसे दी थी. एसडीपीओ ने बताया कि शंभू राउत ने पूछताछ में बताया कि उसके बेची गई साइकिल के ज्यादातर पैसे उधार हैं. कुछ पैसे मिले था, जिसे विक्की और उसने खर्च कर दिये.

पुलिस की सख्ती से दोस्तों के नाम बताये : इसके बाद पुलिस ने जब सख्ती दिखायी, तो शंभु ने बताया कि इस मामले में उसके अलावा विमलेश यादव उर्फ विक्की, बबल राउत, आदित्य कुमार उर्फ अजित राउत और विकास कुमार भी शामिल हैं. एसडीपीओ ने बताया कि दो साइकिल विकास कुमार ने अपने रिश्तेदारों को दी थी. तीन साइकिल बबल राउत ने घर के पास खेत में छिपाकर रखी थी. जिसमें से एक कोई उठा कर ले गया. एक साईकिल आदित्य कुमार खरौंधी के मझिगावां में रिश्तेदार को झूठ बोलकर बेट दी, कि यह साइकिल उसने खरीदी थी. एसडीपीओ सतेन्द्र नारायण सिंह ने बताया कि साइकिल चोरी में शामिल सभी पांच अभियुक्तों को गिरफ्तार करते हुए 12 साइकिल एवं तीन मोबाइल फोन जब्त किये गये हैं.

उद्भेदन में इनकी रही भूमिका : मामले के उद्भेदन में थाना प्रभारी कृष्ण कुमार, एएसआइ प्रदिप उरांव, नारायण प्रसाद व निरंजन शर्मा की अहम भूमिका रही. इन्होंने घटना के 12 घंटे के अन्दर उद्भेदन कर दिया.

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