झारखंड राज्य अल्पसंख्यक आयोग की समीक्षा के लिए जिला स्तरीय विभिन्न विभागों द्वारा प्रगति प्रतिवेदन के साथ संबंधित पदाधिकारी द्वारा समीक्षा बैठक की गयी. इसमें अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष हिदायतुल्ला खान, डॉ एम तौसीफ, बरकत अली एवं एकरामुल हसन विशेष रूप से उपस्थित थे. इस दौरान अध्यक्ष ने बताया कि झारखंड राज्य अल्पसंख्यक आयोग की टीम ने झारखंड राज्य के सभी जिलों में अल्पसंख्यकों के लिए राज्य भर में संचालित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की समीक्षा की जा रही है. इसका उद्देश्य धार्मिक अथवा भाषायी आधार पर विभिन्न अल्पसंख्यक समुदायों जैसे मुस्लिम, क्रिश्चियन, बुद्धिस्ट व सिख को उनकी आबादी के अनुरूप कितनी भागीदारी एवं हिस्सेदारी मिल पा रही है, इसकी जानकारी लेना है. इस क्रम में उनकी टीम विभिन्न योजनाओं से संबंधित आंकड़ा एवं डाटा इकट्ठा कर रही है. सभी जिलों के समेकित प्रतिवेदन के साथ राज्य स्तरीय समीक्षात्मक बैठक में प्रतिवेदन प्रस्तुत किया जायेगा. राज्य सरकार के समक्ष प्रस्तुत प्रतिवेदन के आधार पर उक्त योजनाओं में अल्पसंख्यकों की हिस्सेदारी व भागीदारी में व्याप्त समस्या अथवा कमियों के समाधान के लिए उचित कार्रवाई एवं प्रयास होंगे. इस दौरान जिला स्तरीय विभिन्न विभागों की समीक्षा की गयी. इसमें शिक्षा विभाग एवं कृषि विभाग के समीक्षा के दौरान योजनाओं में कुछ मामले में कमियां पाये जाने पर उन्होंने ऐसे सभी रुके हुए मामले को फोकस करते हुए संचालित करने का निर्देश दिया. उन्होंने विभिन्न सरकारी उर्दू विद्यालयों में उर्दू पुस्तकों के विद्यार्थियों के बीच वितरण, छात्रावास की कमी, पंजीकृत मदरसों की संख्या में कमी सहित अन्य समस्याओं की जानकारी लेी. वहीं इसे राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक में प्रस्तुत कर उक्त कर्मियों को पूर्ण करने के लिए कार्य करने की बात कही. उपस्थित लोग : बैठक में उप विकास आयुक्त पशुपतिनाथ मिश्र, सिविल सर्जन गढ़वा डॉक्टर अशोक कुमार, जिला कल्याण पदाधिकारी धीरज प्रकाश, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी प्रमेश कुशवाहा, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी संजीव कुमार सिंह, सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा नीरज कुमार व जिला शिक्षा पदाधिकारी आकाश कुमार सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे.
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