बच्ची का दफन शव निकालकर अंत्यपरीक्षण के लिए भेजा गया
बच्ची का दफन शव निकालकर अंत्यपरीक्षण के लिए भेजा गया
मेराल पश्चिमी पंचायत के माधुरी टोला की एक ढाई वर्षीय मृत बच्ची का दफन किया हुआ शव निकालकर अंत्यपरीक्षण के लिए गढ़वा सदर अस्पताल भेजा गया है. बच्ची माधुरी टोला निवासी सकेंद्र साव की पुत्री आकृति कुमारी थी. उसकी हत्या का मामला सामने आने के बाद पुलिस ने यह कार्रवाई की है. मंगलवार को थाना प्रभारी विष्णुकांत, दंडाधिकारी के रूप में मौजूद अंचलाधिकारी यशवंत नायक एवं डॉ दीपक सिंह के समक्ष बच्ची का शव हढही पहाड़ के पास जमीन खोदकर निकाला गया. इसके बाद चिकित्सीय परीक्षण के लिए शव को सील कर गढ़वा भेजा गया. मिली जानकारी के अनुसार गत 17 अगस्त को सकेंद्र साव की पुत्री आकृति कुमारी (ढाई वर्ष) की मौत हो गयी थी. इसके बाद उसकी चाची रानी देवी सहित अन्य परिजनों ने बच्ची का शव दफन कर दिया. इधर बाद में मृत बच्ची आकृति की बड़ी बहन ने अपने घरवालों को बताया कि आकृति को जहर दिया गया है. उसने बताया कि जब वे दोनों छत पर खेल रही थी, तो चाची ने वहां आकर पानी से भरे गिलास में एक शीशी से कुछ निकालकर मिलाया था तथा उसे आकृति को पीने को दिया था. इसके बाद आकृति की मां किरण देवी ने आकृति की चाची रानी देवी पर उसके बेटी को जहर देकर मारने का आरोप लगाते हुए मेराल थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है. इसके बाद पुलिस हरकत में आयी. शव निकालने के दौरान मेराल पूर्वी के मुखिया रामसागर महतो, पश्चिम पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि मुन्ना राम व बीडीसी नथुनी राम सहित आसपास के महिला-पुरुष उपस्थित थे. यह घटना यहां चर्चा का विषय है.
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