आबादी के अनुरूप अल्पसंख्यकाें को उनका हक मिलना चाहिए. इसके लिए आयोग कृत संकल्पित है. राज्य में उर्दू स्कूलों की स्थिति मायूस करने लायक है. बच्चों को पर्याप्त पुस्तकें नहीं मिल पा रही हैं. इस कारण पढ़ाई करने में परेशानी हो रही है. शिक्षकों की बहाली भी नहीं हुई है. सरकार को इससे संबंधित रिपोर्ट सौंपी जायेगी तथा अल्पसंख्यकों से संबंधित समस्याओं का समाधान कराया जायेगा. उक्त बातें राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष हिदायतुल्लाह खान ने शनिवार को गढ़वा परिसदन भवन में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान कही. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा विभिन्न कल्याणकारी योजनाएं चलायी जा रही है, जिसमें अल्संख्यकों की भागीदारी सुनिश्चित हो, उनका प्रयास है कि सरकार की योजनाओं का ज्यादा से ज्यादा लाभ अल्पसंख्यकों तक पहुंचे. अल्पसंख्यक आयोग इसके लिए कमेटी लगातार विभिन्न जिलों का दौरा कर रहा है. जिलावार समीक्षा की जा रही है. सभी जिलों से संयुक्त रिपोर्ट बनाकर राज्य स्तरीय कमेटी को दी जायेगी. साथ ही इसमें लिए गये निर्णय से राज्य सरकार को अवगत कराया जायेगा.
अब तक आठ जिले का दौरा : उन्होंने कहा कि अभी तक कमेटी ने आठ जिलों का दौरा किया है. शेष जिलों का भी भ्रमण किया जायेगा. चेयरमैन ने कहा कि अल्पसंख्यकों को शिक्षा देने में अभी तक कमियां पायी गयी है. मिशनरीज के स्कूल बेहतर काम कर रहे हैं. मगर उर्दू स्कूल की स्थिति ठीक नहीं है. गढ़वा जिले में 200 मदरसा का संचालन निजी मदद से हो रहा है. मात्र एक मदरसा सरकार से अनुदान प्राप्त है. अन्य मदरसों को अनुदान मिले, इसके लिए सरकार से मांग करेंगे. मदरसा संचालक भी इसका प्रयास करें. जल्द उर्दू शिक्षकों की भी बहाली करायी जायेगी.
सोगरा बीबी का नहीं आना व्यक्तिगत मामला
गढ़वा निवासी आयोग की सदस्य सोगरा बीबी के नहीं आने के संबंध में पूछे जाने पर अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष हिदायतुल्लाह खान ने कहा कि सोगरा बीबी आयोग की सदस्य हैं. मगर वह विभिन्न जिलों में आयोजित होने वाले बैठक व अन्य कार्यक्रम में शरीक नहीं हो रही हैं. यह उनका व्यक्तिगत मामला है. वह गढ़वा जिले की हैं. आप उन्हीं से इस संबंध में पूछ सकते हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है