युवाओं का व्यक्तित्व विकास करना एनएसएस का उद्देश्य
युवाओं का व्यक्तित्व विकास करना एनएसएस का उद्देश्य
सूरत पांडेय डिग्री कॉलेज की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई की ओर से मंगलवार को एनएसएस का स्थापना दिवस मनाया गया. मौके पर स्वयंसेवकों के बीच पेंटिंग, गीत व संगीत का कार्यक्रम आयोजित हुआ. कार्यक्रम में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को मेडल देकर सम्मानित किया गया. कार्यक्रम की शुरुआत में एनएसएस का लक्ष्य गीत गाया गया. प्राचार्य प्रो. निकलेश चौबे ने कहा कि एनएसएस का एकमात्र उददेश्य युवा छात्रों कों सामुदायिक सेवा के माध्यम से उनके व्यक्त्तित्व को विकसित करने के लिए अनुभव प्रदान करना है. स्वैच्छिक सामुदायिक सेवा के माध्यम से छात्र युवाओं के व्यक्त्तित्व और चरित्र का विकास करना इस योजना का प्राथमिक उद्देश्य है. डॉ उमेश सहाय ने कहा कि महात्मा गांधी के जन्म शताब्दी वर्ष 1969 में एनएसएस की स्थापना की गयी थी. इसका उद्देश्य विद्यार्थियों को समाज से जोड़कर उनका शैक्षणिक व व्यक्तित्व विकास करना है. इस अवसर पर कार्यक्रम पदाधिकारी प्रो. कमलेश सिन्हा ने कहा कि महाविद्यालय की एनएसएस इकाई छात्रों के व्यक्तित्व विकास के लिए लगातार कार्यक्रम आयोजित करती हैं.
सम्मानित किया गया : मौके पर पेंटिंग में सिमरन सोनी, प्राची कुमारी, सिमरन खातून, रिया कुमारी, सपना कुमारी, अंजली पांडेय, पिंकी कुमारी व ऋतिका सिंह, गीत-संगीत में लौकिक विश्वकर्मा, मौलिक विश्वकर्मा, आयुष कुमार, रचित गुप्ता, अभिषेक कुमार को मेडल पहनाकर सम्मानित किया गया.
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