गुरु की बड़ी महत्ता, संघ ने भगवा ध्वज को माना है अपना गुरु
संघ ने भगवा ध्वज को माना है अपना गुरु
गुरु पूर्णिमा के अवसर पर आरएसएस ने गुरु दक्षिणा कार्यक्रम का आयोजन रघुनाथ अखाड़ा हनुमान मंदिर में किया. इस अवसर पर स्वयं सेवकों ने प्रार्थना एवं ध्वज प्रणाम कर गुरु को दक्षिणा समर्पित किया. मौके पर जिला कार्यवाह नितेश कुमार ने कहा कि जीवन में गुरु की बड़ी महत्ता है. गुरु को ईश्वर से भी बढ़ कर माना गया है. गुरु ही अंधकार से उजाला की ओर ले जाता है. संघ ने भगवा ध्वज को अपना गुरु माना है. साल में सिर्फ एक बार गुरु पूर्णिमा से लेकर रक्षाबंधन तक गुरु को दक्षिणा समर्पित किया जाता है. कहा कि संघ के स्वयं सेवक प्रतिदिन भगवा ध्वज के समक्ष एक घंटा समर्पित कर चरित्र निर्माण एवं राष्ट्रीयता की भावना का निर्माण करते हैं. उन्होंने गुरु और शिष्य की परंपरा के अनेक उदाहरण दिये. उन्होंने कहा कि संघ की स्थापना वर्ष 1925 में हुई थी. पांच स्वयं सेवकों ने मिलकर संघ की स्थापना की थी. आज लोगों के समर्पित भाव से संघ विशाल हो गया है. कार्यक्रम के अंत में उन्होंने रंका में शाखा चालू करने की बात कही. मौके पर स्वयं सेवकों को तिलक लगाकर प्रसाद का वितरण किया गया. मुख्य शिक्षक का कार्य आलोक कुमार ने किया. एकल गीत संदेश चौबे ने प्रस्तुत किया.
उपस्थित लोग : मौके पर सूरज कुमार, उत्तम पांडेय, सुल्पानी सिंह, सुनिल माली, शिक्षक प्रवीण कुमार, राजेश चौधरी, राजा कुमार, अमरेंद्र कुमार, राजन कुमार, राजा कुमार, राकेश कुमार व पंकज कुमार सिन्हा सहित अन्य लोग उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है