चुनाव परिणाम के बाद भी नहीं थम रहा सोशल मीडिया पर वाक् युद्ध

चुनाव परिणाम के बाद भी नहीं थम रहा सोशल मीडिया पर वाक् युद्ध

By Prabhat Khabar News Desk | December 1, 2024 8:37 PM

गढ़वा. विधानसभा चुनाव संपन्न हुए एक सप्ताह बीत चुके हैं. लेकिन सोशल मीडिया पर अभी भी चुनाव को लेकर पक्ष और विपक्ष के कार्यकर्ताओं के बीच वाक युद्ध जारी है. चुनाव परिणाम आने के बाद से ही जीते एवं हारे हुए प्रत्याशी के कार्यकर्ताओं के बीच एक-दूसरे के विरूद्ध प्रतिक्रिया शुरू हुई है, वह दिनोंदिन तल्ख होती जा रही है. यह स्थिति जिले के गढ़वा और भवनाथपुर दोनों विधानसभाओं में देखने को मिल रही है. प्रतिद्वंदी कार्यकर्ताओं के बीच चल रही तीखी बहस यहां के चौक-चौराहों पर चर्चा का विषय है. इसमें कुछ लोग असंसदीय शब्दों का भी इस्तेमाल करने से नहीं चूक रहे हैं. उल्लेखनीय है कि लोकतंत्र में हार-जीत लगा रहता है. वहीं चुनाव परिणाम के बाद प्रतिद्वंदी प्रत्याशी के कार्यकर्ता व समर्थकों के बीच तत्कालिक प्रतिक्रिया स्वाभाविक कही जा सकती है. लेकिन परिणाम की घोषणा के एक सप्ताह के बाद भी सोशल मीडिया दिख रही कटुता अफसोसजनक है. गौरतलब है कि चुनाव परिणाम के बाद गढ़वा विधानसभा के इंडिया गठबंधन प्रत्याशी मिथिलेश कुमार ठाकुर ने विजयी प्रत्याशी को सोशल मीडिया के माध्यम से जीत की बधाई दी साथ ही विकास कार्यों में उनको सहयोग करने की बात कही, जो लोकतांत्रिक मर्यादा के अनुकूल है. इसी तरह से भवनाथपुर सीट से चुनाव हारने के बाद भानु प्रताप शाही ने भी अपने प्रतिद्वंदी अनंत प्रताप देव को बधाई देते हुए उन्हें सहयोग करने की बात कही है. लेकिन इनके कार्यकर्ता आपस में व्यक्तिगत दुश्मनी जैसे आचरण करते दिख रहे हैं. झामुमो कार्यकर्ताओं का ज्यादा हो रहा है पोस्ट गढ़वा विधानसभा में झामुमो प्रत्याशी मिथिलेश कुमार ठाकुर के कार्यकर्ता चुनाव परिणाम से उदास हैं. वे लिखते हैं कि सीट हारे हैं, लेकिन सरकार उनकी ही बन रही है. इसलिए जिले में सबकुछ पहले की तरह वैसा ही होगा, जो वे चाहेंगे. सबकुछ पहले की तरह उनकी मर्जी से चलेगा. इसके अलावे झामुमो कार्यकर्ताओं द्वारा साथ नहीं देनेवाले को गद्दार और विकास विरोधी भी कहा जा रहा है. कई कार्यकर्ता धमकी भरे लहजे का प्रयोग किये हैं. उसी तरह से भाजपा कार्यकर्ता झामुमो कार्यकर्ताओं को चिढ़ा रहे हैं कि इस बार गढ़वा से भगाया है, अगले चुनाव में पूरे झारखंड से साफ करेंगे. प्रत्याशियों के विषय में बाहरी-भीतरी की भी खूब बात हो रही है. जयचंद और मीर जाफर के उदाहरण दिये जा रहे हैं. कुछ लोग कोड वर्ड में अपनी भड़ास निकाल रहे हैं. वहीं कुछ लोग असंसदीय टिप्पणी पर उतर आये हैं. भवनाथपुर में भाजपा के कार्यकर्ता मुखर इसी तरह से भवनाथपुर विधानसभा चुनाव में सोशल मीडिया पर तकरार चल रही है. यहां भाजपा कार्यकर्ता ज्यादा मुखर दिख रहे हैं. विदित हो कि वहां ठीक इसके विपरीत झामुमो प्रत्याशी अनंत प्रताप देव भाजपा प्रत्याशी भानु प्रताप शाही को हराकर विजयी हुए हैं. यहां एक तरफ जहां भानु और अनंत के समर्थक सोशल मीडिया पर भिड़े हुए हैं, वहीं भाजपा के लोग अपने दल के लोगों पर भी खीझ उतार रहे हैं. भाजपा कार्यकर्ता सांसद वीडी राम की आलोचना कर रहे हैं. उनका आरोप है कि श्री राम एक दिन भी भवनाथपुर क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी के प्रचार के लिए नहीं आये. जबकि लोकसभा चुनाव में उन लोगों ने सांसद के लिए अपने क्षेत्र में खूब पसीना बहाया था. लेकिन जब विधानसभा चुनाव हुआ, तो सांसद एक दिन भी क्षेत्र में नहीं आये, बल्कि वे सिर्फ छतरपुर विधानसभा क्षेत्र तक सिमट रहे, जहां से इंडिया गठबंधन से उनके साले राधा कृष्ण किशोर चुनाव लड़ रहे थे.

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