नगरउंटारी नगर पंचायत क्षेत्र में है गंदगी का अंबार
नगरउंटारी नगर पंचायत क्षेत्र में है गंदगी का अंबार
बंशीधर नगर पंचायत क्षेत्र में सफाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है. विदित हो कि शहर को स्वच्छ एवं विकसित बनाने की जिम्मेवारी नगर पंचायत की है. लेकिन नगर पंचायत बनने के आठ वर्षों बाद भी शहर को स्वच्छ एवं विकसित बनाने की दिशा में सार्थक पहल नहीं हुई है. शहर के विभिन्न वार्डों की बात तो दूर, शहर के बीचोंबीच थाना के बगल में गंदगी का अंबार लगा रहता है. वहीं थाना के सामने मुख्य गेट व राष्ट्रीय मुख्य पथ पर तथा बाजार के बीचोबीच गंदगी फैली रहती है. शहर की गलियों में स्थित नालियां बजबजाती रहती हैं. नालियों से निकल रही बदबू से शहर वासियों का जीना मुहाल हो गया है. गौरतलब है कि शहर को स्वच्छ बनाने के लिए नगर पंचायत की ओर से सफाई सुपरवाइजर बहाल है. इन्हें ही सफाई की जिम्मेवारी दी गयी है. लेकिन शहर को स्वच्छ बनाने की बात तो दूर सफाई सुपरवाइजर के निरास स्थल की ही नालियां बजबजा रही हैं. इसी रास्ते में नगर पंचायत उपाध्यक्ष लता देवी का भी आवास है. उनके घर के पास भी कूड़ा-कचरा का अंबार लगा हुआ है. मिली जानकारी के अनुसार शहर की सफाई के नाम पर प्रतिमाह औसतन 4.50 लाख रुपये खर्च किये जा रहे हैं. शहर की सफाई के लिए नगर पंचायत की ओर से नगर पंचायत कार्यालय के दो ट्रैक्टर, सात ऑटो टीपर एवं दो ट्रैक्टर, यानी कुल 11 वाहनों को लगाया गया है. नगर पंचायत में 45 से 50 सफाई कर्मी कार्यरत हैं. उसके बाद भी शहर की हृदयस्थली को भी स्वच्छ नहीं बनाया जा सका है. जल्द ही सफाई करा दी जायेगी : कार्यपालक पदाधिकारी इस संबंध में प्रतिक्रिया लिये जाने पर नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी अमरेंद्र कुमार ने कहा कि शहर में दो बार झाड़ू लगाया जा रहा है. अगर कहीं कचरा पड़ा है, तो जल्द ही सफाई करा दी जायेगी.
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