कोयल में उफान से पुल में कंपन, आवागमन पर रोक
कोयल में उफान से पुल में कंपन, आवागमन पर रोक
मझिआंव प्रखंड क्षेत्र में शुक्रवार को रात से हो रही भारी बारिश से जहां एक ओर धान रोपनी शुरू होने से किसानों के चेहरों पर खुशी देखी जा रही है वहीं दूसरी ओर लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. भारी वर्षा से शनिवार को सुबह से ही मझिआंव स्थित कोयल नदी का जल स्तर बढ़ने लगा है. यह स्थिति दोपहर बाद चार बजे तक देखी गयी. इस दौरान प्रशासन ने गहिड़ी स्थित कोयल नदी के पुल का भी निरीक्षण किया. वहां नदी के बाढ़ के दबाव से पुल में कंपन होता पाया गया. इसके बाद एहतियात के तौर पर पुल पर आड़े तिरछे ट्रैक्टर खड़े कर आवागमन अस्थायी तौर पर रोक दिया गया है. इस संबंध में थाना प्रभारी आकाश कुमार ने बताया कि पुल में हो रहे कंपन के कारण किसी संभावित खतरे को देखते हुए इसे बंद किया गया है. जैसे ही नदी का जलस्तर कम हो जायेगा, बैरिकेड हटा दिया जायेगा. इधर कोयल नदी का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ का पानी स्थानीय राधाकृष्ण मंदिर, कन्या मध्य विद्यालय होते बाजार मुख्य पथ तक पहुंच गया है. यही नहीं मझिआंव खुर्द का देवी मंडप सहित यज्ञशाला भी पानी में डूब गये है. इसे देखने के लिए पूरे दिन लोगों का तांता लगा रहा. इधर बीडीओ सतीश भगत एवं सीओ शंभू राम ने भी मझिआंव एवं आसपास बाढ़ वाले इलाके में निरीक्षण किया. गढ़वा एवं पलामू जिले को जोड़ता है यह पुल विदित हो कि कोयल नदी का यह पुल गढ़वा एवं पलामू जिले को जोड़ता है. उंटारी रोड रेलवे स्टेशन होने के कारण मझिआंव की तरफ से हजारों लोग प्रति दिन इस पुल से गुजरते हैं. पुल के कारण बिहार तथा उत्तर प्रदेश जाने के लिए यह बहुत ही महत्वपूर्ण पथ बन गया है. इससे होकर प्रतिदिन सैकड़ो वाहन गुजरते हैं. यही नहीं पलामू जिले के उंटारी रोड एवं आस पास के गांवों से सैकड़ो किसान सब्जी बेचने व खरीदने मझिआंव आते हैं. पुल पर आवागमन रुकने से लोगों को भारी परेशानी हो गयी है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है