झारखंड में आदिवासी कम हुए, मुस्लिम बढ़ गये : भाजपा
झारखंड में आदिवासी कम हुए, मुस्लिम बढ़ गये : भाजपा
भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष सह पलामू के प्रभारी विकास प्रीतम ने कहा कि झारखंड में घुसपैठियों को सरकार प्रश्रय दे रही है. बांग्लादेश की स्थिति से वर्तमान में सभी अवगत हैं. इसकी छाया पश्चिम बंगाल में पड़ रही है. झारखंड में भी इसका असर दिखने लगा है. साल 1951 से 2011 तक के कालखंड में झारखंड में आदिवासियों की आबादी 17 प्रतिशत कम हुई है और मुस्लिमों की आबादी 14 प्रतिशत बढ़ी है. यह चिंता का विषय है. राज्य में जनसंख्या का संतुलन भी बिगड़ रहा है. तुष्टिकरण की राजनीति की जा रही है. मंगलवार को परिसदन भवन में आयोजित प्रेसवार्ता में उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार आदिवासियों के नाम पर दिखावा कर रही है. घुसपैठियों को वोट बैंक बनाया जा रहा है. घुसपैठियों को रोकने के बजाय खुलेआम उनका स्वागत किया जा रहा है. सरकारी तंत्र को भी उनपर किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं करने का निर्देश दिया गया है. झामुमो सरकार की सत्ता विरोधी लहर है, जबकि भाजपा कार्यकर्ता पूरी तरह से सक्रिय होकर जनहित में कार्य कर रहे हैं. इसका लाभ भाजपा को मिलेगा. उन्होंने कहा कि पौने पांच वर्ष में झामुमो सरकार ने कोई भी जनहित का कार्य नहीं किया है. चुनाव नजदीक आने पर राज्य सरकार मईयां सम्मान योजना से लोगों को भ्रमित कर रही है. जबकि पहले भी इस तरह की योजना सरकार चला सकती थी. यह योजना भी दो-तीन महीने ही चलेगी. जिस वादा के साथ झामुमो सत्ता में आयी थी, उसमें से कोई भी वादा पूरा नहीं किया गया है. उन्होंने कहा कि भाजपा विधानसभा चुनाव को लेकर पूरी गंभीरता से संगठनात्मक कार्य कर रही है. एक व दो सितंबर को दो दिनों तक जिला कार्यसमिति की बैठक हुई है. चार व पांच सितंबर को मंडल स्तरीय बैठक होगी. जबकि आठ व नौ सितंबर को बूथ स्तरीय बैठक की जायेगी.
उपस्थित लोग : प्रेसवार्ता में जिलाध्यक्ष ठाकुर प्रसाद महतो, मुकेश निरंजन सिन्हा, संतोष दुबे, राजीव राज तिवारी, विनोद चंद्रवंशी, विवेकानंद तिवारी, सूरज गुप्ता व उमेश सिंह उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है