यूपीएससी की परीक्षा में झारखंड की बेटियों ने बढ़ाया मान, स्वाति शर्मा को 17वीं रैंक, गढ़वा डीसी की पुत्री साक्षी जमुआर को 89वीं रैंक

UPSC CSE Final Result 2023: यूपीएससी परीक्षा 2023 का रिजल्ट मंगलवार को जारी कर दिया गया. इस परीक्षा में झारखंड के गढ़वा डीसी की पुत्री साक्षी जमुआर को 89वीं रैंक हासिल हुई है.

By Guru Swarup Mishra | April 16, 2024 4:20 PM
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UPSC CSE Final Result 2023: यूपीएससी (संघ लोक सेवा आयोग) की संयुक्त सिविल सेवा परीक्षा 2023 का रिजल्ट मंगलवार को जारी कर दिया गया. इस परीक्षा में झारखंड की बिटियों ने सफलता के झंडे गाड़े हैं. स्वाति शर्मा को 17वीं रैंक आयी हैं, वहीं गढ़वा जिले के डीसी शेखर जमुआर की पुत्री साक्षी जमुआर को यूपीएससी में 89वीं रैंक हासिल हुई है. यूपीएससी का रिजल्ट आधिकारिक वेबसाइट upsc.gov.in पर जारी किया गया है.

साक्षी जमुआर ने बढ़ाया मान
भारत की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा यूपीएससी में गढ़वा जिले के उपायुक्त शेखर जमुआर की पुत्री साक्षी जमुआर ने सफलता हासिल की है. उन्हें इस परीक्षा में 89वीं रैंक आयी है. इस परीक्षा में आदित्य श्रीवास्तव ने टॉप किया है. अनिमेष प्रधान को दूसरी रैंक, डोनुरु अनन्या रेड्डी को तीसरी रैंक, पी के सिद्धार्थ रामकुमार को चौथी रैंक व पांचवी रैंक रुहानी को आयी है.

स्वाति शर्मा को 17वीं रैंक
यूपीएससी की परीक्षा में झारखंड की एक और बिटिया ने सफलता हासिल की है. कालिका नगर मानगोवासी पूर्व थल सैनिक (सीएमपी) संजय शर्मा की पुत्री स्वाति शर्मा को 17वीं रैंक आयी है. यूपीएससी की परीक्षा में ऑल इंडिया 17वां रैंक लानेवाली स्वाति शर्मा ने बताया कि पिता सेना में थे, इसलिए आरंभिक पढ़ाई देश के कई हिस्सों में हुई. स्वाति ने मैट्रिक की परीक्षा आर्मी सैकेंडरी स्कूल कोलकाता से पास की. इसके बाद 12वीं की पढ़ाई उन्होंने साकची स्थित टैगोर एकेडमी से पूरी की. इसके बाद 2019 में उन्होंने बिष्टुपुर स्थित जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज से पॉलेटिकल साइंस में एमए किया.

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सफलता का ये है मूलमंत्र
यूपीएससी की परीक्षा में ऑल इंडिया 17वां रैंक लानेवाली स्वाति शर्मा ने बताया कि उन्होंने जो स्थान हासिल किया है, उसके पीछे एक मूलमंत्र रहा पुरानी गलतियों को दोबारा दोहराना नहीं है. आगे कैसे पढ़ना है, इसके बारे में सोचना है. टॉपर रहे छात्रों ने किस तरह सवालों का हल किया, उनकी पढ़ाई का पैटर्न क्या रहा, किस तरह खुद को बिना दवाब के पढ़ाई में व्यस्त रखना है, यह सीखा और इस पर काम किया

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