ग्रामीणों ने खंभा लगाकर किया सड़क जाम, प्रशासन ने हटाया

ग्रामीणों ने खंभा लगाकर किया सड़क जाम, प्रशासन ने हटाया

By Prabhat Khabar News Desk | December 26, 2024 9:15 PM

रमकंडा. पथ निर्माण विभाग की ओर से करीब 66 करोड़ की लागत से बन रहे रंका-रमकंडा सड़क चौड़ीकरण मामले में रमकंडा के तेहाड़ा में जमीन विवाद का मामला गुरुवार को गहरा गया. रैयती जमीन के बजाय सर्वे के रास्ता में सड़क बनाने की मांग को लेकर गुरुवार को तेहाड़ा के ग्रामीणों ने उक्त सड़क में विवादित स्थल में खंभे लगाकर सड़क का अतिक्रमण कर लिया. इससे लोगों को आवागमन में परेशानी होने लगी. सूचना पर ग्रामीणों को समझाने पहुंचे पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता प्रदीप कुमार को भी ग्रामीणों का विरोध झेलना पड़ा. इसके बाद उपायुक्त के निर्देश पर पहुंचे पीडब्ल्यूडी के सहायक अभियंता पंकज कुमार, भू अर्जन विभाग के सहायक प्रमोद पांडेय, अंचल अधिकारी अनिल रविदास, थाना प्रभारी सुरेंद्र सिंह कुंटीया ने ग्रामीणों को समझाया. वहीं सड़क पर लगाये गये खंभों और अतिक्रमण को खाली करा कर पूर्व की तरह आवागमन बहाल कर दिया गया. इधर स्थानीय ग्रामीण सर्वे के रास्ता में सड़क बनाने की मांग पर अड़े हैं. उल्लेखनीय है कि पिछले रविवार को भी उक्त स्थल पर टोले के ग्रामीणों ने सड़क निर्माण कार्य करने पहुंचे मजदूर व निर्माण कार्य में लगे वाहनों को निर्माण स्थल से खदेड़ दिया था. वहीं मामले में हस्तक्षेप करने पहुंची रमकंडा पुलिस को भी विरोध का सामना करना पड़ा. इसके बाद निर्माण कार्य बंद हो गया. वहीं उनकी मांगों पर कोई सार्थक पहल नही होता देख गुरुवार को उक्त सड़क को अतिक्रमण कर बाधित कर दिया गया. दरअसल तेहाड़ा में सर्वे का रास्ता के बजाय पूर्व में बगल के ही भुइयां परिवारों की जमीन पर विभाग ने कालीकरण सड़क बना दी. वहीं पूर्व में बनी इसी सड़क के आधार पर भू अर्जन विभाग सड़क चौड़ीकरण का प्रस्ताव स्वीकार करते हुए इसी सड़क के दोनों ओर जमीन अधिग्रहण करने के बाद सड़क चौड़ीकरण का प्रस्ताव पारित किया है. इसका विरोध यहां के ग्रामीण निर्माण कार्य के शुरुआती दौर से ही कर रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि विभाग उनकी रैयती जमीन पर बनी सड़क को छोड़कर रास्ते के लिए की गयी सर्वे की जमीन पर सड़क निर्माण कराये. ताकि उनकी अपनी जमीन सुरक्षित हो जाये. रैयती जमीन का मिलेगा मुआवजा, पूर्व की सड़क पर होगा चौड़ीकरण ग्रामीणों को समझाने पहुंचे पीडब्ल्यूडी के कार्यपालक अभियंता प्रदीप कुमार, सहायक अभियंता पंकज कुमार व भू-अर्जन विभाग के प्रमोद पांडेय ने ग्रामीणों को बताया कि सर्वे का रास्ता टेढ़ा-मेढ़ा होने के कारण पथ निर्माण विभाग ने उक्त स्थल पर सड़क को सीधा कर दिया. इसके बाद इस पर कई बार सड़क बन चुकी है. वहीं इसी के आधार पर नियम संगत अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी कर सड़क का चौड़ीकरण किया जा रहा है. इसमें अब कोई बदलाव नही हो सकता है. वहीं सड़क का चौडीकरण सर्वे के रास्ता की बजाय इसी स्थल का किया जायेगा. ग्रामीणों को बताया कि सड़क के लिए अधिग्रहित की जा रही रैयती जमीन का कुल रकबा का भी मुआवजा भू अर्जन विभाग देगा. इसकी प्रक्रिया पूरी की जा रही है. ग्रामीणों को धमकाया, सवाल पूछने पर पत्रकारों पर भी भड़के विरोध के दौरान ग्रामीणों के अपनी मांगों पर अड़े रहने और सड़क का अतिक्रमण की सूचना पर पहले पहुंचे पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता प्रदीप कुमार को ग्रामीणों का विरोध झेलना पड़ा. इसके बाद अभियंता ग्रामीणों को धमकाने लगे. वहीं उन्होंने उन्हें देख लेने की धमकी दी. हालांकि ग्रामीणों ने उनकी बातों को सुनने से इनकार कर दिया. इसके बाद उन्हें वापस लौटना पड़ा. सबको धमकाने का प्रयास किया : इसके बाद अन्य अधिकारियों के साथ दूसरी बार पहुंचे पीडब्ल्यूडी के सहायक अभियंता पंकज कुमार ने भी ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया. लेकिन उनकी बातों को मानने से इनकार करने पर एइ भी ग्रामीणों पर भड़क गये. वहीं ग्रामीणों की मांगों के विषय पर सवाल पूछने पर समाचार कवरेज करने पहुंचे पत्रकारों पर भी भड़क गये. उन्होंने जवाब देने के बजाय सबको धमकाने का प्रयास किया.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version