रंका अनुमंडल क्षेत्र के रंका, रमकंडा एवं चिनिया प्रखंडों में इन दिनों हाथियों के उत्पात ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. पिछले कई दिनों से 30-35 की संख्या में हाथी झुंड बनाकर गांवों में प्रवेश कर रहे हैं और जमकर उत्पात मचा रहे हैं. हाथियों के उत्पात से शाम ढलते ही लोग घरों में दुबक जा रहे हैं. हाथी एक तरफ फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ घरों को क्षतिग्रस्त कर दे रहे हैं. पिछले दो सितंबर को रमकंडा प्रखंड के बलिगढ़ निवासी नागेश्वर सिंह को हाथियों ने पटक कर मार डाला. दो सप्ताह पहले चिनिया प्रखंड में हाथी ने एक व्यक्ति को कुचल दिया. लोगों का आरोप है कि वन विभाग हाथियों को भगाने की कोई पहल नहीं कर रहा है. गुरुवार की दोपहर लरकोरिया जंगल के पास गढ़वा-अंबिकापुर राष्ट्रीय राजमार्ग 343 पर हाथियों के एक झुंड को सड़क पार करते देखा गया. इसमें करीब 30-35 हाथी शामिल हैं. ग्रामीणों का कहना है कि हाथियों के उत्पात से लोगों में काफी दहशत है. हाथी कब उनके गांव-टोले में आ धमकेंगे, कहा नहीं जा सकता. ऐसे में लोगों को घरों से बाहर निकलने में सोचना पड़ रहा है. हाथियों के भय से अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल नही भेज रहे. ग्रामीणों ने वन विभाग से हाथियों को भगाने की मांग की है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है