रमकंडा प्रखंड की चेटे पंचायत के टेढ़ाकहुआ बोड़ी के बीच हाठु नदी पर बन रहे उच्च स्तरीय पुल निर्माण कार्य में ग्रामीणों ने संवेदक पर अनियमितता का आरोप लगाया है. उन्होंने निर्माण कार्य की गुणवत्ता की जांच के लिए विभाग के कनीय अभियंता के निर्माण स्थल पर नहीं आने की शिकायत की है. दरअसल विशेष प्रमंडल की ओर से करीब 3.94 करोड़ की लागत से 96.8 मीटर लंबा पुल बन रहा है. इस पुल में संवेदक ने मानक के अनुरूप आरसीसी किये बिना ही पिलर की ढलाई शुरू कर दी है. वहीं मिट्टी युक्त बालू का उपयोग निर्माण कार्य में किया जा रहा है. शुक्रवार को टेढ़ाकहुआ के ग्रामीणों ने निर्माण कार्य में हो रही इस अनियमितता को लेकर इसका विरोध किया. ग्रामीण ओलायत मियां, सूरजमुखी चंद्रवंशी, उदय कुमार, आंनद कुमार, अमरेश कुमार, विगन राम व गोरख राम ने बताया कि विरोध के बावजूद निर्माण कार्य में संवेदक की ओर से सामग्री में सुधार नही किया गया. ग्रामीणों के अनुसार निर्माण कार्य के विरोध की सूचना के बाद पहुंचे कनीय अभियंता ने भी बालू को घटिया बताया है. इससे बचने के लिए संवेदक ने निजी व्यक्ति के बेहतर बालू को अपना बता दिया. वहीं जेइ के जाने के बाद फिर से मिट्टी युक्त बालू से ही निर्माण कार्य शुरू कर दिया. ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि निर्माण की गुणवत्ता नहीं सुधारी गयी, तो वे लोग फिर काम बंद करायेंगे.
बालू खराब है, संवेदक को इस्तेमाल से मना किया गया है : कनीय अभियंता
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