मुआवजे की मांग को लेकर ग्रामीणों ने बंद कराया कार्य

मेराल-गढ़वा एनएच-75 पथ खजूरी से पचफेड़ी तक बन रहे सड़क निर्माण कार्य में खजुरी गांव के पास स्थानीय तीन दर्जन से अधिक लोगों ने मुआवजा की मांग को लेकर शुक्रवार को काम बंद करा दिया.

By Prabhat Khabar News Desk | January 3, 2025 7:41 PM

मेराल. मेराल-गढ़वा एनएच-75 पथ खजूरी से पचफेड़ी तक बन रहे सड़क निर्माण कार्य में खजुरी गांव के पास स्थानीय तीन दर्जन से अधिक लोगों ने मुआवजा की मांग को लेकर शुक्रवार को काम बंद करा दिया. विरोध करनेवाले लोग मुआवजा नहीं मिलने तक काम नही होने देने की मांग पर अड़े रहे. इस मौके पर दंडाधिकारी विवेक पाण्डेय तथा एसडीपीओ नीरज मिश्रा भी पुलिस बल के साथ वहां पहुंचे और काम रोकने वालों को काम नहीं रोकने की चेतावनी दी. लेकिन ग्रामीण अपने मुआवजा की राशि को लेकर अड़े रहे. इसके अलावा पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता मजहर हुसैन ने भी लोगों को समझा बुझाकर काम करने की बात कही. इस मौके पर अंचल अमीन ने बताया कि यह भूमि गरमजरुआ प्रतिबंधित जमीन है, इसके बावजूद इसकी मापकर संबंधित रैयत के नाम से गढ़वा अंचल पदाधिकारी को इससे संबंधित मुआवजा भुगतान करने की अनुशंसा कर दस्तावेज सौंप दिया गया है. इधर सड़क निर्माण कंपनी के पीएम राजू कुमार ने बताया कि मुआवजे की राशि को लेकर भू-अर्जन में प्रक्रियाधीन है. लेकिन समय को देखते हुए कार्य के प्रोग्रेस को लेकर सड़क निर्माण किया जा रहा है. जबकि इस मौके पर विरोध करते हुए ग्रामीण सुनील चंद्रवशी, सुनील यादव, अशोक प्रसाद यादव, शिवनारायण यादव, राजन कुमार यादव, मदन यादव, उमेश यादव आदि ने बताया कि बिना मुआवजा दिये ही काम को तेज गति से की जा रही है. काम होने के बाद उनलोगों को मुआवजा भी नहीं दिया जायेगा. इस मौके पर मौजूद बिकताम गांव निवासी उपेंद्र सिंह, लक्ष्मी चंद्रवंशी, शोहराई चंद्रवंशी, प्रदीप चंद्रवंशी, राम चलितर कुशवाहा, राम राज सिंह सहित अन्य लोगों ने मुआवजे को लेकर उपयुक्त को आवेदन दिया है. इस संबंध में कार्यपालक अभियंता मजहर हुसैन से पूछने पर उन्होंने बताया कि यह सड़क पूर्व से 35 फीट चौड़ा है. साथ ही इसके बगल की भूमि गैर मजरूआ भूमि है. फिर भी स्थानीय ग्रामीणों के सहयोग और सहभागिता किसी भी विकास निर्माण कार्य में जरूरी है. यह सभी सड़क निर्माण कार्य सड़क के किनारे पोषक क्षेत्र के रैयत ग्रामीणों से सड़क निर्माण में हर संभव सहयोग बाधित करने के बजाय करना चाहिये. उन्होंने सड़क निर्माण कार्य में पूर्व में और असामाजिक तत्वों द्वारा बाधित करने को लेकर सड़कों में पुलिस बल एवं दंडाधिकारी की तैनाती कर रहे हैं, इससे निर्माण कंपनी को किसी प्रकार का व्यवधान न हो.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version