पलामू लोकसभा चुनाव सोमवार को संपन्न हो गया. चुनाव समाप्त होने के साथ ही प्रमुख प्रतिद्वंदी दल एनडीए और इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी और उनके नेताओं ने अपनी-अपनी जीत का दावा किया है. लेकिन चुनाव में पिछले बार की तुलना में इस बार वोट का प्रतिशत कम हो जाना चर्चा का विषय है. गौरतलब है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में गढ़वा जिले में कुल 67.8 प्रतिशत मतदान हुआ था. जबकि पूरे पलामू लोकसभा क्षेत्र में 63.4 प्रतिशत वोट पड़े थे. इस बार गढ़वा जिले में पिछली बार की तुलना में करीब दो प्रतिशत कम 63.71 मतदान हुआ. जबकि पूरे पलामू लोकसभा क्षेत्र में करीब दो प्रतिशत कम 61.27 प्रतिशत मतदान हुआ है. समय के साथ नागरिकों में मतदान के प्रति जागरूकता बढ़ी है. साथ ही इस लोकसभा चुनाव में विभिन्न संचार माध्यमों के जरिये विभिन्न तरह के कार्यक्रमों के माध्यम से मतदाता जागरूकता कार्यक्रम चलाये गये. जिला निर्वाचन कार्यालय से स्वीप कार्यक्रम के तहत मतदाता जागरूकता कार्यक्रम चलाते हुए 80 पार का नारा दिया गया. बूथ तक पहुंचने में असमर्थ 85 प्लस मतदाताओं का मत उनके घर पर ही पोस्टल बैलेट के माध्यम से लिया गया. बुजुर्ग एवं दिव्यांग मतदाताओं को बूथ पर पहुंचने पर कोई असुविधा का सामना न करना पड़े, इसकी सारी व्यवस्था की गयी थी. पर मतदान प्रतिशत घट गया. लोग इसका कारण गर्मी का मौसम होना भी मान रहे हैं. पर वर्ष 2019 का चुनाव भी मई महीने में ही हुआ था. खूब प्रचार-प्रसार व मतदाता जागरूकता कार्यक्रम के साथ कई ज्वलंत राष्ट्रीय मुद्दे हैं, जिन पर दिन-रात चर्चा हो रही है. इसके बावजूद वोट के प्रति मतदाताओं की उदासीनता का कारण स्पष्ट नहीं है.
पलामू लोकसभा चुनाव 2024 में विधानसभा वार मतों का प्रतिशत
भवनाथपुर- 62.81 प्रतिशत, गढ़वा-64.60 प्रतिशत, विश्रामपुर- 59.29 प्रतिशत, छतरपुर- 60 प्रतिशत, डालटनगंज-62.20 प्रतिशत और हुसैनाबाद-55.45 प्रतिशत.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है