मझिआंव के गोपालपुर गांव निवासी चंद्रावती देवी ने गढ़वा अनुसूचित जाति एवं जनजाति थाना को आवेदन देकर उसी गांव के कमल सिंह पर दुष्कर्म का प्रयास करने तथा धर्म परिवर्तन कराने का प्रयास करने का आरोप लगाया है. आवेदन में उन्होंने कहा है कि नौ अगस्त की सुबह में जब वह घर के समीप निमिया नदी में शौच करने गयी थी, तभी अचानक पीछे से आकर बोदरा गांव के कमल सिंह ने उसे बलपूर्वक पटकते हुए दुष्कर्म का प्रयास किया. उसकी चीख-पुकार सुनकर बोदरा गांव के बसंत सिंह वहां पहुंचे और वह भी शोर मचाने लगे. इसके बाद कमल सिंह वहां से फरार हो गया. इसके बाद जब वह अपने घर गोपालपुर पहुंची, तो कमल सिंह वहां भी पहुंच गया और जबरन उसके घर में घुस गया तथा उसे निर्वस्त्र करते हुए दुष्कर्म का प्रयास करने लगा. इसी दौरान उसके पति शिवनाथ रजवार जब बीच-बचाव करने पहुंचे, तो कमल ने उन्हें टांगी लेकर दौड़ाया. जाते-जाते कमल सिंह ने उन्हें धमकी दी कि इस गांव को छोड़कर वह चली जाये या धर्म परिवर्तन कर ले. अन्यथा वह पूरे परिवार की हत्या कर देगा. आवेदन में उसने कहा है कि उसने नौ अगस्त को ही घटना के दिन मझिआंव थाना प्रभारी को कारवाई के लिए आवेदन दिया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गयी. उसने आरोप लगाया कि 11 अगस्त की शाम को उसे मझिआंव थाना में बुलाया गया और उसका एवं उसके साथ गये रोहित कुमार का मोबाइल फोन स्वीच ऑफ कराकर जब्त कर लिया गया. साथ ही काफी डराया-धमकाया गया. इस दौरान आरोपी कमल सिंह को बुलाकर उसके सामने भी बलपूर्वक सुलहनामा पर अंगूठा लगवा लिया गया. साथ ही धमकी दी गयी कि यदि मामले को आगे बढ़ाया, तो पूरे परिवार को झूठे मुकदमे में फंसा दिया जायेगा.
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