नशे का सामान बेचनेवाली महिला सहित नशेड़ी हिरासत में, छोड़ा
नशे का सामान बेचनेवाली महिला सहित नशेड़ी हिरासत में, छोड़ा
बड़गड़. नशीली दवाओं के कारोबार में पिछले कई वर्षों से संलिप्त महिला को रविवार को सुबह बड़गड़ पुलिस ने हिरासत में लेने के बाद रात्रि में छोड़ दिया. नशीली दवाओं की कारोबारी इस महिला को छोड़े जाने पर पुलिस की कार्यशैली पर ग्रामीणों ने सवाल खड़ा कर दिया है. ग्रामीणों के अनुसार घटना रविवार की सुबह करीब 11 बजे की है. बाड़ी खजूरी गांव स्थित संपत बांध के उत्तर पश्चिम दिशा की ओर तीन लड़के अपने हाथों में नशीली दवा का इंजेक्शन लगा रहे थे. उनकी यह हरकत देख आसपास के कुछ ग्रामीण उनसे पूछताछ करने लगे. उन्होंने उनके पैकेट की जांच की, तो उनके पास से और इंजेक्शन एवं सिरिंज भी मिला. तब ग्रामीणों को उक्त इंजेक्शन नशीला होने का शक हुआ और इसकी सूचना बड़गड़ थाना को दी. पुलिस के पहुंचने तक ग्रामीणों ने उक्त तीनों युवकों को अपने कब्जे में रखा था. ग्रामीणों की शिकायत पर पहुंची पुलिस ने तीनों लड़कों को अपने कब्जे में लेकर उक्त दवा के बारे में पूछताछ की. इसमें उन्होंने अपने शरीर में इस्तेमाल कर चुके तथा पास में रखे दवाओं को नशे के रूप में इस्तेमाल होनेवाली दवा होने की बात स्वीकारी. पुलिस को उन्होंने बताया कि उन्होंने ये चीजें बोडरी गांव के दीपाटोली में रहने वाली पूर्णिमा कुमारी उर्फ रानी से खरीदी है. इंजेक्शन, कफ सीरप व गांजा मिला : पुलिस तीनों युवकों की निशानदेही पर उन्हें साथ लेकर पूर्णिमा कुमारी उर्फ रनिया के घर पहुंची. वहां पुलिस को छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में नशीली दवा का इंजेक्शन व कफ सिरप सहित आंगन में सूखने के लिए रखे गये कच्चे गांजे की फसल भी मिली. ग्रामीणों ने बताया कि पुलिस को उसके घर से कम मात्रा में बारूद भी मिला है. छापेमारी के दौरान दो अन्य युवक वहां नशीली दवा खरीदने पहुंचे थे. पुलिस इन लड़कों के साथ नशीली दवाओं के कारोबार में शामिल पूर्णिमा कुमारी उर्फ रानी तथा उसकी मां को गिरफ्तार कर बड़गड़ थाने ले आयी. पुलिस ने वीडियो डिलीट करा दिया : ग्रामीण रमेश बखला, सुपर नगेशिया, ग्राम प्रधान बसंत नगेशिया, सोमारु सिंह, प्रशांत लकड़ा,अजय टोप्पो, ललन कुजूर व कृष्णा भुंईहर ने बताया कि देर शाम बड़बड़ पुलिस ने उन्हें बुलाकर उक्त घटना का मोबाइल से बनाया गया वीडियो जबरन डिलीट करा दिया. साथ ही सादे पन्ने पर हस्ताक्षर करा कर थाने से घर भेज दिया. उन्होंने कहा कि उसी रात पूर्णिमा कुमारी उर्फ रानी सहित सभी सात गिरफ्तार आरोपी को पुलिस ने छोड़ दिया, जो संदेहास्पद है. ग्रामीणों में रोष : नशीली दवा के कारोबार से जुड़े ऐसे अपराधी को छोड़े जाने से ग्रामीणों में रोष व्याप्त है. इस संबंध में पूछे जाने वाले प्रभारी थाना प्रभारी राम सिंह गराराई ने कहा कि पीआर बांड के आधार पर सभी को छोड़ा गया है. बरामद दवाएं ड्रग्स विभाग को जांच के लिए भेजी गयी है.जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी.
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