मनरेगा कर्मियों के सांकेतिक हड़ताल पर जाने से कार्य प्रभावित
मनरेगा कर्मियों के सांकेतिक हड़ताल पर जाने से कार्य प्रभावित
वादा निभाओ-स्थायी करो अभियान के तहत गढ़वा जिले में संविदा पर काम करनेवाले करीब 300 मनरेगा कर्मचारी गुरुवार से सांकेतिक हड़ताल पर हैं. इससे भवनाथपुर प्रखंड में मनरेगा से संबंधित सभी कामकाज ठप हो गया है. भवनाथपुर मनरेगा कर्मी संघ के अध्यक्ष जय राम ने बताया कि झारखंड राज्य मनरेगा कर्मचारी संघ के आह्वान पर यह आंदोलन शुरू किया गया है. झारखंड सरकार ने उनसे सेवा स्थायी करने का वादा किया था. कार्यकाल पूरा होने चला है, पर अभी तक वादा पूरा नहीं किया जा सका है. ऐसे में हड़ताल पर जाने के सिवा कोई विकल्प नहीं रह गया था. अगर सरकार हमलोग का मांग नही मानती है, तो 22 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल होगी. क्या है मांग : बताया गया कि संघ की प्रमुख मांग सेवा स्थायी करने की है. इसके अलावे मनरेगा कर्मियों को मिलने वाले मानदेय में सम्मानजनक वृद्धि करने सहित अन्य मांग शामिल है. जो कर्मी हड़ताल पर गये हैं उनमें रोजगार सेवक, कनीय अभियंता, सहायक अभियंता व बीपीओ शामिल हैं. ये काम होंगे प्रभावित : भवनाथपुर प्रखंड में वर्तमान समय में मनरेगा के तहत बिरसा हरित आम बागवानी, बिरसा सिंचाई संवर्धन कूप, वीर पोटो हो खेल मैदान, अबुआ आवास योजना, मेड़बंदी सहित कई योजनाओं का काम प्रभावित होगा.
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