भवनाथपुर. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, भवनाथपुर में केतार के युवक की मौत होने पर परिजनों ने इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया. मिली जानकारी के अनुसार केतार निवासी राकेश पाल के 16 वर्षीय पुत्र लोहिया समता उच्च विद्यालय के दसवीं कक्षा का छात्र नीतीश पाल की विद्युत प्रवाहित हाई टेंशन तार के चपेट में आने से मौत हो गयी. बताया गया कि मंगलवार की सुबह नीतीश पाल अपने घर से समरसेबुल के लोहे का पाइप निकालकर अपनी बुआ के घर पहुंचाने जा रहा था. इस दौरान उयह पाइप उसके घर के सामने से गुजरे 11 हजार वोल्ट के विद्युत प्रवाहित तार में सट गया. इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया और बाद में उसकी मौत हो गयी. घायल अवस्था में परिजनों ने उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भवनाथपुर में लाकर भर्ती कराया था. वहां इलाज के दौरान चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. इधर अस्पताल के चिकित्सकों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए परिजनों ने अस्पताल में खूब हंगामा किया. परिजनों ने चिकित्सकों पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा किया. परिजनों का आरोप है कि हाइटेंशन तार की चपेट में आकर गंभीर रूप से घायल नीतीश पाल को जब इलाज के लिए अस्पताल लाया गया, तो अस्पताल में कोई चिकित्सक मौजूद नहीं था. फोन करने के आधा घंटा बाद चिकित्सक अस्पताल पहुंचे. परिजनों का कहना है कि अगर समय पर इलाज शुरू कर दिया जाता, तो नीतीश की जान बचायी जा सकती थी. हंगामा की जानकारी मिलते ही थाना प्रभारी रजनी रंजन, एसआइ दिनेश कुमार सिंह, परवेज आलम एवं नारायण प्रसाद पुलिस बल के साथ वहां पहुंचे और किसी तरह मृतक के परिजनों को समझा-बुझाकर मामला शांत कराया. इसके बाद शव पोस्टमार्टम के लिए गढ़वा भेजा गया. अस्पताल पहुंचने से पहले हो गयी थी मौत : चिकित्सक इस संबंध में अस्पताल में ड्यूटी पर रहे चिकित्सक डॉ शैलेंद्र कुमार ने कहा कि वह विलंब से नहीं पहुंचे थे. दरअसल नीतीश की रास्ते में ही मौत हो चुकी थी. उन्होंने अस्पताल पहुंच कर देखा, तो वह मर चुका था. यद्यपि इसके बाद भी परिजन उसका इलाज करने की बात कह रहे थे.
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