सीओ के खिलाफ ग्रामीणों ने खोला मोरचा
10 जून को धरना-प्रदर्शन का निर्णय बेंगाबाद. जमीन संबंधी जानकारी लेने अंचल कार्यालय पहुंचे दो लोगों को सीओ के इशारे पर पुलिस हिरासत में लिये जाने के विरोध में ग्रामीणों ने मोरचा खोल दिया है. ग्रामीणों ने सीओ की कार्यशैली व अंचल कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार के विरोध में 10 जून को धरना-प्रदर्शन करने का […]
10 जून को धरना-प्रदर्शन का निर्णय
बेंगाबाद. जमीन संबंधी जानकारी लेने अंचल कार्यालय पहुंचे दो लोगों को सीओ के इशारे पर पुलिस हिरासत में लिये जाने के विरोध में ग्रामीणों ने मोरचा खोल दिया है. ग्रामीणों ने सीओ की कार्यशैली व अंचल कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार के विरोध में 10 जून को धरना-प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है.
इस संबंध में ग्रामीणों ने बीडीओ, सीओ, थाना प्रभारी को आवेदन देकर इसकी सूचना दी है. दिये गये आवेदन में उल्लेख किया है कि अंचल कार्यालय बिचौलियों का अड्डा बन गया है. रजिस्टर टू से लेकर राजस्व रसीद तक बिचौलिये अपने कब्जे में लेकर चलते हैं. प्रमाण-पत्र बनवाने में भी कार्यालय का चक्कर लगाना पड़ता है. धरना प्रदर्शन की जानकारी देते हुए देवदत प्रसाद यादव, बालेश्वर दास, राजेश कुमार, संजय मडल, हरिचंद मंडल सहित अन्य लोगों ने बताया कि मंगलवार को जमीन संबंधी जानकारी लेने के लिए बिशनपुर निवासी रामचंद्र मंडल और उनके पुत्र उमेश मंडल अंचल कार्यालय गये थे.
इसी क्रम में सीओ के इशारे पर पुलिस ने दोनों को हिरासत में ले लिया. हालांकि प्रमुख रामप्रसाद यादव की पहल पर दोनों को दो घंटे बाद छोड़ दिया गया. इधर प्रमुख रामप्रसाद यादव ने कहा कि ग्रामीणों ने अंचलाधिकारी की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करते हुए भ्रष्टाचार की शिकायत की है. वे जनता के साथ हैं. जनता धरना पर बैठेगी तो वे समर्थन देंगे. इधर, बेंगाबाद प्रखंड के नईटांड़ निवासी विजयकांत ओझा ने भी उपायुक्त को एक ज्ञापन सौंप कर सदस्यता प्रमाण पत्र बनाने में हो रही देरी की शिकायत की है.
सरकारी काम में किया जा रहा था व्यवधान : सीओ
इस संबंध में सीओ शंभु राम ने कहा कि पिता-पुत्र कार्यालय में आकर सरकारी काम में व्यवधान उत्पन्न कर रहे थे. कहा कि उक्त दोनों का मामला थाना दिवस में चल रहा है. इस बात को समझाने के बाद भी वे दोनों दो घंटे से कार्यालय में बहस करते रहे. जिस कारण पुलिस की सहायता लेनी पड़ी. उन्होंने कहा कि जनहित में सभी कार्य किये जा रहे हैं.