…तो तीन जुलाई को गिरिडीह बंद
पारसनाथ के ढोलकट्टा में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में मारे गये मोतीलाल बास्के के मामले को ले आदिवासी संगठनों और विभिन्न दलों ने गोलबंदी तेज कर दी है. बुधवार को जहां झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन ढोलकट्टा स्थित मोतीलाल के घर पहुंचे और मामले को विधानसभा व लोकसभा तक पहुंचाने की बात कही, वहीं दमन विरोधी मोरचा ने […]
पारसनाथ के ढोलकट्टा में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में मारे गये मोतीलाल बास्के के मामले को ले आदिवासी संगठनों और विभिन्न दलों ने गोलबंदी तेज कर दी है. बुधवार को जहां झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन ढोलकट्टा स्थित मोतीलाल के घर पहुंचे और मामले को विधानसभा व लोकसभा तक पहुंचाने की बात कही, वहीं दमन विरोधी मोरचा ने गिरिडीह में धरना देकर विरोध जताया. उधर,मजदूर संगठन समिति ने भी मधुबन में प्रदर्शन किया.
गिरिडीह. ढोलकट्टा के मोतीलाल बास्के की मौत की न्यायिक जांच की मांग को लेकर बुधवार को दमन विरोधी मोरचा ने अांबेडकर चौक के समक्ष धरना दिया. धरना के माध्यम से वक्ताओं ने कहा कि यदि न्यायिक जांच का आदेश नहीं दिया गया तो तीन जुलाई को गिरिडीह बंद किया जायेगा. मौके पर झाविमो के केंद्रीय सचिव सुरेश प्रसाद साव, झामुमो जिलाध्यक्ष संजय सिंह, पीरटांड़ प्रखंड प्रमुख सिकंदर हेंब्रम, भाकपा माले नेता राजेश सिन्हा, राजेश यादव, झाविमो जिलाध्यक्ष महेश राम, मसंस के थानु राम महतो, अखिल भारतीय किसान महासभा के पूरन महतो समेत काफी संख्या में मोरचा के सदस्य उपस्थित थे. इस मौके पर झाविमो के केंद्रीय सचिव सुरेश प्रसाद साव ने कहा कि मोतीलाल बास्के हत्याकांड की न्यायिक जांच होनी चाहिए. हमलोग सीआइडी जांच से संतुष्ट नहीं हैं.
श्री साव ने मृतक के परिजन को सरकारी नौकरी व मुआवजा देने की मांग की. झामुमो जिलाध्यक्ष संजय सिंह ने कहा कि मोतीलाल बास्के की हत्या में शामिल पुलिस पदाधिकारियों पर मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार किया जाय. कहा कि गिरिडीह जिला में विभिन्न नामों से चलाये जा रहे पुलिस ऑपरेशन तत्काल बंद कर शांति कायम किया जाये.
माले नेता राजेश यादव एवं राजेश सिन्हा ने मृतक के परिवार को 25 लाख मुआवजा व सरकारी नौकरी देने की मांग की. पीरटांड़ प्रखंड प्रमुख सिकंदर हेंब्रम ने कहा कि मृतक मोतीलाल बास्के एक पंजीकृत डोली मजदूर था. मौके पर इनके अलावे झाविमो के नगर अध्यक्ष नवीन कुमार सिन्हा, सुरेश प्रसाद मंडल, मनोज संगई समेत कई लोग मौजूद थे. धरना के बाद शिष्टमंडल ने उपायुक्त के नाम सात सूत्री मांग पत्र सौंपा.
मधुबन में मजदूर संगठन समिति ने किया प्रदर्शन : मधुबन. मोतीलाल बास्के के परिजनों को न्याय दिलाने की मांग को ले मजदूर संगठन के
लोगों ने बुधवार को मधुबन के हटिया मैदान प्रांगन में प्रदर्शन का धरना दिया. इसकी अगुआई समिति के सचिव थानु राम महतो ने की.
बताया कि गिरिडीह में आयोजित धरना-प्रदर्शन की घोषणा पूर्व में ही की गयी थी. सैकड़ों कार्यकर्ता वाहन से गिरिडीह के लिए रवाना हुए, लेकिन मधुबन थाना पुलिस ने वाहन को रोक दिया. इससे लोग गिरिडीह नहीं जा सके और मधुबन के हटिया मैदान प्रांगन में ही कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान समिति के कार्यकर्ताओं ने दो मिनट का मौन भी रखा और पुलिस की कार्यशैली की निंदा भी की. कहा कि पुलिस के जवान ग्रामीणों को नक्सलियों के नाम पर तंग कर रहे हैं. कार्यक्रम में ठाकुर सिंह, मनी सिंह, दसमन उरांव, परशुराम महतो, नारायण महतो, मोहन मुर्मू, दयाचंद हेंब्रम, दिनेश महतो, चरन महतो, हराधन तूरी, डुमरचंद महतो, सोनू महतो आदि मौजूद थे.
समाहरणालय के समक्ष तैनात था सुरक्षा बल
दमन विरोधी मोरचा के कार्यक्रम को लेकर समाहरणालय के समक्ष सुरक्षा बल के जवानों को तैनात किया गया था. बताया गया कि पूर्व में मोरचा द्वारा समाहरणालय के समक्ष घेराव व धरना का कार्यक्रम था, लेकिल बाद में इसमें तब्दीली करते हुए अांबेदकर चौक के समक्ष धरना दिया गया. इस दौरान मोरचा के समर्थकों ने कहा कि मोतीलाल बास्के डोली मजदूर था, साथ ही पारसनाथ में दुकान चलाता था.