झामुमो विधायक पर हमला, पांच गिरफ्तार

चितरपुर : झामुमो के गोमिया विधायक सह केंद्रीय प्रवक्ता योगेंद्र प्रसाद पर चितरपुर के चट्टी बाजार में सोमवार की रात 11 बजे कुछ लोगों ने हमला कर दिया. गणपति प्रतिमा विसर्जन में शामिल हमलावरों ने उनकी स्कॉर्पियो गाड़ी को क्षतिग्रस्त कर दिया. विधायक के अंगरक्षक बिहारी महतो व दशरथ महतो के साथ मारपीट कर हथियार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 30, 2017 10:24 AM
चितरपुर : झामुमो के गोमिया विधायक सह केंद्रीय प्रवक्ता योगेंद्र प्रसाद पर चितरपुर के चट्टी बाजार में सोमवार की रात 11 बजे कुछ लोगों ने हमला कर दिया. गणपति प्रतिमा विसर्जन में शामिल हमलावरों ने उनकी स्कॉर्पियो गाड़ी को क्षतिग्रस्त कर दिया.
विधायक के अंगरक्षक बिहारी महतो व दशरथ महतो के साथ मारपीट कर हथियार छीनने की कोशिश की गयी. घटना की सूचना विधायक ने एसपी को दी. एसपी के निर्देश पर डीएसपी सहित रजरप्पा व गोला थाने की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची. उन्होंने पांच युवकों सूरजदीप पटवा, उत्तम पटवा, राजेश कुमार, सुशांत भगत व राजेश महतो को गिरफ्तार किया. उधर, गिरफ्तार युवकों का कहना है कि हमलोग घटना में शामिल नहीं थे.
बताया जाता है कि विधायक श्री प्रसाद पेटरवार से स्कॉपियो से अपने पैतृक आवास मुरुबंदा लौट रहे थे. इस बीच चितरपुर में विसर्जन जुलूस निकल रहा था. विधायक ने जुलूस देख कर अपनी गाड़ी रोक दी.
जुलूस गुजरते ही वे निकलना चाहे, तो 20-25 की संख्या में जुटे युवकों ने उनके वाहन को रोक दिया. जब अंगरक्षकों ने उन्हें हटाना चाहा, तो उनके साथ मारपीट की गयी और हथियार छीनने का प्रयास किया गया. वाहन को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया, जिससे वाहन में बैठे विधायक बाल-बाल बच गये. दोनों अंगरक्षकों ने रजरप्पा थाना में 19 के खिलाफ नामजद व अन्य अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कराया है.
विधायक घर लौट रहे थे. इस बीच उनकी गाड़ी चितरपुर के जाम में फंस गयी. उनके अंगरक्षकों ने जब रास्ता देने को कहा, तो कुछ युवक भड़क गये और उनसे उलझ गये. उनकी गाड़ी को भी क्षतिग्रस्त कर दिया. उन्होंने कहा कि पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है.
किशोर कौशल, एसपी, रामगढ़
मुझ पर जानलेवा हमला हुआ : योगेंद्र
झामुमो के केंद्रीय प्रवक्ता श्री प्रसाद ने कहा कि मुझ पर जानलेवा हमला किया गया. पुलिस प्रशासन की निष्क्रियता के कारण यह घटना हुई. 11 बजे रात में विसर्जन जुलूस निकला था. सड़क जाम थी.
कुछ युवक हूटिंग करने लगे. परिचय देने के बावजूद मेरे साथ दुर्व्यवहार किया गया. मेरे अंगरक्षकों ने जब भीड़ हटाने की कोशिश की, तो उनसे हथियार छीनने का प्रयास किया गया. किसी तरह जान बचा कर हमलोग भागे और इसकी सूचना एसपी को दी. उन्होंने कहा कि झारखंड में विधायक सुरक्षित नहीं है, तो जनता की क्या स्थिति है. यह सहज अनुमान लगाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि घटना में निर्दोष नहीं फंसे, लेकिन दोषी छूटे नहीं.

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